बरवाडीह स्टेशन पर रेलकर्मी की हत्या
बरवाडीह स्टेशन पर खड़ी डाउन भोपाल-हावड़ा एक्सप्रेस में सफर कर रहे एक सिरफिरे युवक ने कैरेज एंड वैगन के हेल्पर संतोष कुमार की गुरुवार तड़के 3.45 बजे हथौड़ा मारकर हत्या कर दी। हमले में एक अन्य कर्मी...
बरवाडीह स्टेशन पर खड़ी डाउन भोपाल-हावड़ा एक्सप्रेस में सफर कर रहे एक सिरफिरे युवक ने कैरेज एंड वैगन के हेल्पर संतोष कुमार की गुरुवार तड़के 3.45 बजे हथौड़ा मारकर हत्या कर दी। हमले में एक अन्य कर्मी डेगलाल यादव भी जख्मी हो गया।
घटना के बाद गुस्साए लोगों ने बरवाडीह-गढ़वारोड रेलखंड को नौ घंटे तक जाम रखा। इससे राजधानी एक्सप्रेस समेत कई गाड़ियों अलग-अलग स्टेशनों पर घंटों खड़ी रहीं और यात्री परेशान होते रहे। आरोपी युवक नसीम अहमद को आरपीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। वह रांची का रहने वाला है। उसके दो साथियों को भी टोरी स्टेशन पर हिरासत में लिया गया। हिरासत में लिए गए लोगों ने खुद को निर्दोष बताया है।जानकारी के अनुसार के मो. नसीम, मो. सोएब, मो. नौसार व मो. इब्राहिम हावड़ा-भोपाल एक्सप्रेस के एसी-3 बॉगी में सवार होकर भोपाल से बरकाकाना आ रहे थे। रास्ते में नसीम ने तबीयत खराब होने की बात साथियों को बताई। उनके साथ यात्रा कर रहे लोगों ने चोपन में टीटी से उसके इलाज के लिए डाक्टर बुलाने की बात कही। पीएनआर स्टेटस के अनुसार बरवाडीह स्टेशन पर रेल प्रबंधन की टीम उसके इलाज के लिए वहां पहुंची तो वह रेल कर्मियों के साथ भिड़ गया और संतोष कुमार के सिर पर हथौड़ी से मारा। घटना के वक्त संतोष व डेगलाल तीन नम्बर प्लेटफॉर्म पर खड़ी डाउन सीसीबी पैसेंजर के चक्के को चेक कर रहा था। पागल जैसा हरकत कर रहे हमलावर नसीम को लोगों के सहयोग से आरपीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। उसका हाथ पैर बांधकर काबू में किया गया है। घटना से आक्रोशित रेलर्मियों ने सुबह पांच बजे एसएम एके द्विवेद्वी और विश्वकांत चौधरी को स्टेशन से बाहर निकाल दिया। उसके बाद स्टेशन का घेराव करते हुए धरने पर बैठ गए। इसके चलते करीब नौ घंटे तक रेल परिचालन ठप करा दिया। आरपीएफ ने बताया कि करीब एक सौ रेलकर्मियों ने आरपीएफ के कब्जे में रहे आरोपी को पोस्ट से छुड़ाने के लिए धावा बोला, लेकिन वे सफल नहीं हुए। इससे नाराज रेलकर्मियों ने आरपीएफ पोस्ट का घेराव करते हुए एक जवान की बाइक क्षतिग्रस्त कर दी। बरकाकाना से आए डीटीएम विश्वरंजन ने मांगों को पूरा करने रेलकर्मियों का भरोसा दिया,इसके बाद दिन के एक बजे के बाद ट्रेनों का परिचालन शुरू हो सका।