जवान किसान मोर्चा के अधिवेशन में कई नीतियों पर चर्चा
जवान किसान मोर्चा का अधिवेशन और राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति का चुनाव 16 अक्तूबर को ओल्ड अरगोड़ा रोड स्थित डॉ सीएम मेमोरियल हॉल में हुआ। इसका उद्घाटन संस्थापक अध्यक्ष कैप्टेन जगेश्वर प्रसाद ने किया।...
जवान किसान मोर्चा का अधिवेशन और राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति का चुनाव 16 अक्तूबर को ओल्ड अरगोड़ा रोड स्थित डॉ सीएम मेमोरियल हॉल में हुआ। इसका उद्घाटन संस्थापक अध्यक्ष कैप्टेन जगेश्वर प्रसाद ने किया। उपस्थित सदस्यों ने सबसे पहले उरी में शहीद सैनिकों और मोर्चा के दिवंगत सदस्यों को मौन श्रद्धांजलि दी। सम्मेलन में राजनैतिक, विदेश नीति, स्वास्थ्य नीति, शिक्षा नीति, विज्ञान और शोध नीति, कृषि नीति, आर्थिक नीति, औद्योगिक नीति, राष्ट्रीय सुरक्षा नीति, जनलोकपाल, आतंकवाद पर चर्चा हुई। प्रस्ताव भी पास किए गए।वक्ताओं ने कहा कि भारत अभी गुलाम है। अंग्रेजों ने आजादी नहीं की, सत्ता का हस्तांतरण किया है। इसलिए उनके औपनिवेशिक व्यवस्था के द्योतक कानून भारत में है। मोर्चा सत्ता में आया तो इसका आकलन होगा। जरूरी होने पर भारतीय सभ्यता-संस्कृति के परिपेक्ष्य में संविधान की रचना होगी। आयुष और भारतीय चिकित्सा पद्धति और वनौषधियों का विकास पाठशाला-मल्लशाला हर गांव में होगा। उद्योग को बढ़ावा के साथ रक्षा तंत्र को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक तौर पर सशक्त किया जाएगा। वक्ताओं ने कहा कि आतंक, उग्रता, माओवाद, नक्सलवाद से प्रभावितों को मुख्यधारा में लाया जाएगा। राज्य संपदा में राज्य की समुचित भागीदारी दी जाएगी। वर्तमान राजनैतिक परिपेक्ष्य में राज्यों में होने वाले चुनाव के मद्देनजर रणनीति तैयार की जाएगी। संगठन का विस्तार राज्यों में करने का प्रस्ताव भी पारित किया गया। मौके पर अशोक कुमार सिन्हा, रमेश प्रसाद, उमाकांत मिश्र, आरडी सिंह, शिवशंकर ठाकुर सहित अन्य ने विचार रखें।निर्विरोध अध्यक्ष चुने गएमोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कार्यकारिणी सदस्यों के चुनाव के लिए नामांकन हुआ। अशोक कुमार सिन्हा को निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। चुनाव के लिए पंडित उमाकांत मिश्र को चुनाव अधिकारी और सहायक चुनाव अधिकारी आरडी सिंह को मनोनीत किया गया। मोर्चा के अन्य पदधारियों के मनोनयन का अधिकार अध्यक्ष को दिया गया।