लघु उद्योगों के लिए नई पॉलिसी ला रही सरकार: सुनील वर्णवाल
लघु उद्योग देश के विकास की रीढ़ हैं। राज्य सरकार जल्द ही लघु उद्योगों के लिए नई पॉलिसी लाने जा रही है। इसके तहत कंपनियों को सरकार रियायती दर पर जमीन और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराएगी। उसे बढ़ावा देने में...
लघु उद्योग देश के विकास की रीढ़ हैं। राज्य सरकार जल्द ही लघु उद्योगों के लिए नई पॉलिसी लाने जा रही है। इसके तहत कंपनियों को सरकार रियायती दर पर जमीन और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराएगी। उसे बढ़ावा देने में हर संभव मदद करेगी। उक्त बातें खान और उद्योग सचिव सुनील वर्णवाल ने कही। वह दो मई को स्टेशन रोड स्थित एक होटल में पीएचडी चैंबर के तत्वावधान में आयोजित सेमिनार में बोल रहे थे। इसका विषय ‘वे अहेड : ऑपरच्युनिटी फॉर स्मॉल एंड मिड कार्पोरेट था।
सचिव ने कहा कि लघु उद्योग रोजगार के अधिक अवसर पैदा करते हैं। इसके विकास से ही राज्य तरक्की कर सकते हैं। बड़े उद्योगों की तुलना में इनकी समस्याएं अलग हैं। इन समस्याओं के निराकरण की कोशिश बहुत कम हो सकी है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस का लाभ सबसे ज्यादा लघु और मध्यम क्षेत्र के उद्योगों को ही मिलेगा। राज्य सरकार ने भी उद्योगों के स्थापना को लेकर अपनी कई प्रक्रियाओं को आसान किया है। इसके तहत रियल टाइम और ऑनलाइन प्रक्रियाएं शामिल हैं। राज्य सरकार ने हर जिले में इज ऑफ डूइंग बिजनेस मैनेजर की नियुक्ति की है। वे परसों से काम करने लगेंगे।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (एसएमई) के हेड अजय ठाकुर ने लघु उद्योगों को स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध करने पर जोर दिया। कहा कि इससे कंपनियों को अधिक फंड मिल सकेगा। मर्चेंट बैंक के कमल कुमार कोठारी ने भी अपने विचार रखें। इस अवसर पर संगठन के झारखंड चेयरमैन पवन बजाज, दीपक रूंगटा, सुरेंद्र सुराना, जय नारायण, विष्णु राजगढ़िया सहित अन्य मौजूद थे।