बिजली बांग्लादेश जाएगी तो अडानी का प्लांट भी वहीं लगाएं : मरांडी
झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सरकार से अडानी पावर के लिए किए जा रहे जमीन अधिग्रहण की जांच के लिए एसआईटी गठित करने की मांग की है। जांच होने तक अधिग्रहण पर रोक लगाने को कहा है। साथ ही जांच नहीं होने...
झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सरकार से अडानी पावर के लिए किए जा रहे जमीन अधिग्रहण की जांच के लिए एसआईटी गठित करने की मांग की है। जांच होने तक अधिग्रहण पर रोक लगाने को कहा है। साथ ही जांच नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। कहा है कि सरकार अडानी को अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए जबरन जमीन अधिग्रहण कर रही है। मरांडी शनिवार को पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि गोड्डा में पावर प्लांट लगने से झारखंड को कोई लाभ नहीं होगा, क्योंकि पूरी बिजली बांग्लादेश भेजी जाएगी। बांग्लादेश पाकुड़ से 100 किलोमीटर की दूरी पर है। जब बिजली बांग्लादेश जाएगी तो प्लांट भी वहीं लगाएं। मरांडी ने कहा कि जमीन अधिग्रहण के खिलाफ गायघाट में 16 अप्रैल से रैयतों का अनशन शुरू हो रहा है। इसका नेतृत्व उनकी पार्टी के विधायक दल के नेता प्रदीप यादव करेंगे। रैयतों के इस कार्यक्रम को झाविमो का समर्थन प्राप्त है। आंदोलन को कमजोर करने के लिए प्रदीप यादव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। अनशन में पहले दिन डॉ सबा अहमद, बंधु तिर्की और थॉमस सोरेन शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अडानी के लाभ के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। पहले जमीन की कीमत 42.65 लाख रुपये प्रति एकड़ निर्धारित की गई, जिसे बाद में घटाकर 3.25 लाख रुपये कर दिया गया। झाविमो के विरोध पर फिर बढ़ाकर 6.25 से 12.25 लाख रुपये प्रति एकड़ किया गया। ऊर्जा नीति में बदलाव किया गया, जिससे झारखंड को प्रतिवर्ष 400 करोड़ रुपये का नुकसान होगा। जनसुनवाई में रैयतों के विरोध करने पर लाठी बरसाई गई।