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छात्रों को हड़काकर लूट लेता था मोबाइल, धराए

इन दिनों रांची में अपराध के नए-नए तरीके अख्तियार किए जा रहे हैं। हाल के दिनों में पुलिस के अधिकारी खासे परेशान रहे। कभी उचक्का महिलाओं के गले से चैन छीनकर भाग निकले तो कहीं छात्रों के मोबाइल झपट कर...

छात्रों को हड़काकर लूट लेता था मोबाइल, धराए
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 24 Sep 2016 08:44 PM
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इन दिनों रांची में अपराध के नए-नए तरीके अख्तियार किए जा रहे हैं। हाल के दिनों में पुलिस के अधिकारी खासे परेशान रहे। कभी उचक्का महिलाओं के गले से चैन छीनकर भाग निकले तो कहीं छात्रों के मोबाइल झपट कर चलते बने। रांची पुलिस इन चोरों से तंग आ गई थी। कुछ सूत्र हाथ नहीं लग रहे थे।

हाल के दिनों में तो मोबाइल छीनने का एक नया तरीका सामने आया। बाइक पर दो लड़के आते और कॉलेज के आसपास फोन पर बात कर रहे छात्रों के मोबाइल यह कह कर लूट लेते थे कि तुम मेरी बहन से बात कर रहे हो। अगर छात्र विरोध करता तो चोर जोर से हल्ला करता कि मेरी बहन से बात कर रहे हो और सीनाजोरी भी करते हो तो भीड़ छात्र को ही पीटती थी। चोर चोरी कर धीरे से खिसक जाता था। बाद में पीड़ित छात्र थाना जाकर जब सच्चाई बताता था तब पुलिस हरकत में आती थी। लोअर बाजार पुलिस के हत्थे हाल के दिनों में इसी तरह के चोर चढ़ गए। चार चोरों की गिरफ्तारी के बाद से इस तरह की घटना में कमी आई है। इंस्पेक्टर श्याम नंद मंडल और उनकी टीम ने कड़ी मेहनत कर इन चोरों को दबोचा था।

सीसीटीवी में कैद हो गया था चोर

पलामू का रहने वाला खुर्शीद आलम का अड्डा सेंट जेवियर कॉलेज के आसपास रहता था। वह छात्रों को हड़काता था और फोन लूट लेता था। एक दिन सेंट जेवियर का छात्र अभिनंदन सोनी को पकड़ा और बोला कि गर्ल फ्रेंड से बात कर रहे हो। वह मेरी बहन है। वह विष्णु गली की ओर ले जाकर सोनी से पैसे भी छीन लिये थे। सीसीटीवी कैमरा में उसकी तस्वीर कैद हो गई थी।

तीन महिला चोर भी पकड़ी गई थी

जब पुलिस ने पकड़ कर तीन महिला चोर को थाना लाया तब उनके कपड़े देखकर पुलिस के अधिकारी हैरत में पड़ गए। सभी के शरीर पर ब्रांडेड कपड़े थे, लेकिन वे सभी चोरी के थे। एक महिला की दो बेटी इस धंधे में लिप्त हैं। ये तीनों किसी ऑटो में बैठकर जाती थीं और बगल में बैठने वाली लड़कियों के पर्स और मोबाइल गायब कर देती थीं। मेन रोड के भीड़भाड़ वाले इलाकों में उनका धंधा खूब चल रहा था। महिला होने के कारण उनपर शक भी नहीं होता था। इसी ग्रुप की एक महिला की दो बच्ची कॉलेज में पढ़ती है। वे भी इसी धंधे में हैं। जब तीनों को थाना लाया गया था तो अकड़ देखकर पुलिस अधिकारियों को भी यह लगने लगा कि कहीं गलत लोगों को तो उठा कर नहीं ले आये। लेकिन जब एक पीड़ित महिला ने पहचान कर ली तो इनके होश उड़ गए। इसके बाद कई अपराध की बात कबूली थी। कसम भी खाई कि अब इस धंधे को यहीं लात मारते हैं। सप्ताह भर से शहर में पर्स गायब करने और मोबाइल छीनने का धंधा बंद हो गया है।

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