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तीन माह पूर्व किया डामर उखड़ा, लोगों में आक्रोश

नाचनी-बांसबगड़ मोटर मार्ग में तीन माह पूर्व किया गया डामर उखड़ने लगा है। जिससे क्षेत्र की जनता में भारी आक्रोश है। इस दौरान ग्रामीणों ने डामरीकरण की गुणवत्ता पर सुधार नहीं लाने पर उग्र आंदोलन की...

तीन  माह पूर्व किया डामर उखड़ा, लोगों में आक्रोश
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 04 May 2017 09:21 PM
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नाचनी-बांसबगड़ मोटर मार्ग में तीन माह पूर्व किया गया डामर उखड़ने लगा है। जिससे क्षेत्र की जनता में भारी आक्रोश है। इस दौरान ग्रामीणों ने डामरीकरण की गुणवत्ता पर सुधार नहीं लाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

समाजसेवी और हुपली के प्रधान गोविन्द चुफाल ने बताया कि नाचनी-बांसबगड़ मोटर मार्ग में 10 किमी तक पीएमजीएसवाई के तहत मार्च माह में डामर बिछाने का काम पूरा हुआ था। डामरीकरण इतना घटिया तरीके से किया गया कि तीन माह बाद ही वह उखड़ने लग गया। उन्होंने कहा कि सड़क पर बिछाया गया डामर उखड़ने से जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं। साथ ही कई जगहों पर दीवारों और कॉजवे की हालत बेहद खराब है। जिस कारण वाहनों के संचालन में खासी दिक्कतें आने लगी है। जिससे क्षेत्र में आए दिन दुर्घटनाएं होने की आशंका बनी रहती है। चुफाल ने कहा कि इस संबंध में कई बार अधिकारियों से शिकायत भी की गई। लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई। जिससे स्थानीय लोगों में खासा आक्रोश है। उन्होंने कहा कि अगर डामरीकरण की गुणवत्ता में सुधार नहीं लाया गया तो ग्रामीण उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे।

17 गांवों की 9000 से अधिक की आबादी प्रभावित

मुनस्यारी। नाचनी-बांसबगड़ मोटर में कई जगहों पर डामर उखड़ गया है। जिससे कोटा, गूटी, बजेता, लोध, हुपली, भैंसकोट, ढ़नार और सेलमाली समेत दर्जनों गांवों की करीब 9000 से अधिक की आबादी प्रभावित हो रही है। जिस कारण लोगों में खासा आक्रोश है। ग्रामीणों ने कहा कि ठेकेदार की ओर से जान बूझकर मोटर मार्ग में घटिया डामरीकरण किया गया है। जिसकी जांच की जानी चाहिए। साथ ही उसके खिलाफ कार्रवाई भी होनी चाहिए। ताकि भविष्य में कोई भी कंपनी या ठेकेदार घटिया डामर बिछाने से पहले सौ बार सोचे।

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