जीजीआईसी धारचूला में 36 सालों से जमीन पर बैठकर परीक्षा दे रही हैं छात्राएं
विकासखंड के माने-जाने बालिका विद्यालय जीजीआईसी धारचूला में बालिकाएं 36 सालों से जमीन में परीक्षाएं देने को मजबूर है। यह बालिकाओं का ही दुर्भाग्य है कि कई बार मांग किए जाने के बावजूद भी शिक्षा विभाग...
विकासखंड के माने-जाने बालिका विद्यालय जीजीआईसी धारचूला में बालिकाएं 36 सालों से जमीन में परीक्षाएं देने को मजबूर है। यह बालिकाओं का ही दुर्भाग्य है कि कई बार मांग किए जाने के बावजूद भी शिक्षा विभाग इस विद्यालय को फर्नीचर उपलब्ध कराने में असफल रहा है। शिक्षा विभाग की ओर से वर्ष 1980 से जीजीआईसी धारचूला को परीक्षा केंद्र बनाया जा रहा है। तब से क्षेत्र की हजारों छात्राएं इस विद्यालय में जमीन में बैठकर परीक्षा दे चुकी है। इस साल विद्यालय में हाईस्कूल की 92 और इंटरमीडिएट की 121 छात्राएं परीक्षा दे रही है। विद्यालय की प्रधानाचार्य देवकी बोरा ने बताया कि विद्यालय की ओर से फर्नीचर की मांग की गई है।
कई बार की जा चुकी है फर्नीचर की मांग
धारचूला। विद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्ष लक्ष्मी सिर्खाल ने कहा कि शिक्षा विभाग से विद्यालय के लिए फर्नीचर की मांग कई बार की जा चुकी है। लेकिन शिक्षा विभाग विद्यालय में फर्नीचर उपलब्ध कराने में असमर्थ रहा है।