फोटो गैलरी

Hindi Newsमसौढ़ी में दिन दहाड़े युवक को गोलियों से भूना

मसौढ़ी में दिन दहाड़े युवक को गोलियों से भूना

बेखौफ अपराधियों ने शनिवार सुबह सात बजे मसौढ़ी कोर्ट हॉल्ट पर राजकुमार सिंह (35 वर्ष) को गोलियों से भून डाला। प्लेटफॉर्म पर अंधाधुंध फायरिंग और खूनी खेल देख रेलयात्रियों के बीच अफरातफरी मच गई। खूनी...

मसौढ़ी में दिन दहाड़े युवक को गोलियों से भूना
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 22 Oct 2016 10:50 PM
ऐप पर पढ़ें

बेखौफ अपराधियों ने शनिवार सुबह सात बजे मसौढ़ी कोर्ट हॉल्ट पर राजकुमार सिंह (35 वर्ष) को गोलियों से भून डाला। प्लेटफॉर्म पर अंधाधुंध फायरिंग और खूनी खेल देख रेलयात्रियों के बीच अफरातफरी मच गई। खूनी वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी हवाई फायरिंग करते हुए रेल परिसर से भाग निकले।

दिनदहाड़े रेल परिसर में गोलीबारी के बाद एक यात्री की मौत की सूचना पर मसौढ़ी व तारेगना रेल थाना पुलिस मौके पर पहुंची। घटनास्थल से छह खोखा और तीन जिंदा कारतूस बरामद हुआ है। जख्मी युवक को इलाज के लिए पीएमसीएच ले जाया गया। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। हत्या के पीछे जमीन विवाद बताया जा रहा है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।

ट्रेन का कर रहा था इंतजार : राजकुमार धनरूआ थाने के केवढ़ा गांव के गांधी सिंह का बेटा था। वह पटना में चल रहे केस की पैरवी करने के लिए घर से निकला था। उसके साथ पिता व पत्नी उषा देवी भी थी। पटना जाने के लिए वह परिवार के साथ मसौढ़ी कोर्ट हॉल्ट पर पैसेंजर ट्रेन का इंतजार कर रहा था। वहीं, पहले से घात लगाये हथियारों से लैस अपराधियों ने उसे गोलियों से भून दिया।

चचेरे भाइयों का बताया नाम : अपराधियों ने उसकी पत्नी और पिता को धक्का देकर उसके छाती व कमर में तीन गोलियां दाग दी। पति को बचाने में पत्नी की अंगुली जख्मी हो गई। गोली लगने के बाद राजकुमार व पत्नी का बयान पुलिस ने लिया था। इसमें राजकुमार और उसकी पत्नी ने बताया कि उसके तीन चचेरे भाइयों राजीव सिंह, सुनील सिंह व जितेन्द्र उर्फ पिन्टू सिंह ने घटना को अंजाम दिया है।

अपराधी प्रवृत्ति का था मृतक : युवक राजकुमार सिंह का आपराधिक रिकार्ड रहा है। लगभग आठ वर्ष पूर्व उसने आरोपित जितेन्द्र उर्फ पिन्टू पर जान से मारने की नीयत से गोली चलाई थी। गोली पिंटू की मां को लगी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी। राजकुमार डेढ़ माह पहले ही जेल से छूटा था।

सीमा विवाद में फंसी पुलिस, मसौढ़ी में होगी एफआईआर

घटना के कुछ घंटे बाद ही मसौढ़ी जीआरपी और मसौढ़ी थाना के बीच सीमा विवाद को लेकर नोक-झोंक हुई। जीआरपी का कहना था कि दो स्टेशनों के बीच आउटर सिग्नल के पास जो भी घटना होगी वह लोकल थाने को देखना है। वहीं मसौढ़ी थाना पुलिस का कहना था कि स्टेशन एरिया में हत्या हुई है। पूरा मामला जीआरपी का बनता है। दो थानों के विवाद में देर रात तक एफआईआर नहीं हुई थी। इधर, रेल एसपी जितेन्द्र मिश्रा ने कहा कि मामले में एसएसपी मनु महाराज से बात हुई है। नियमानुसार मसौढ़ी थाने में ही एफआईआर दर्ज होगी।

एक दिन पहले भी हुआ था हमला

बीते शुक्रवार को राजकुमार विवादित जमीन की जुताई कराकर घर लौट रहा था। गांव के देवी स्थान के पास उसके चचेरे भाई राजीव ने उसके सीने पर गोली दाग दी, लेकिन निशाना चूकने के कारण गोली राजकुमार की शर्ट की जेब में रखे मोबाइल को छूती हुई निकल गई। वह बाल-बाल बच गया था। गोली लगने से उसका मोबाइल चकनाचूर हो गया था। घटना के बाद राजकुमार ने राजीव, सुधीर, नागेंद्र सिंह, देव कुमार सिंह व जितेन्द्र कुमार सिंह के खिलाफ धनरूआ थाने में लिखित आवेदन दिया था। पर पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।

कार्रवाई होती तो बच जाती जान

राजकुमार की पत्नी उषा देवी ने बताया कि शुक्रवार को मृतक ने आवेदन दिया था। अगर धनरूआ पुलिस उस पर कार्रवाई करती तो राजकुमार की जान बच सकती थी। लेकिन पुलिस ने आवेदन पर कोई कार्रवाई नहीं की। मामले की जांच करने पुलिस घटनास्थल पर भी नहीं गई। उसका नतीजा यह हुआ कि मसौढ़ी में उसके चचेरे भाइयों ने गोलियों से भून दिया।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें