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आला असली पर डॉक्टर झूठा: मैट्रिक पास युवक करता था लोगों का इलाज

मैट्रिक पास युवक डॉक्टर बन क्लिनिक चला रहा था। मरीजों का बकायदे आला लगाकर इलाज करता था। गुरुवार को पुलिस ने राजीवनगर थाना इलाके के गांधीनगर में चल रहे इस धंधे का भंडाफोड़ करते हुए बिना डिग्री वाले...

आला असली पर डॉक्टर झूठा: मैट्रिक पास युवक करता था लोगों का इलाज
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 28 Apr 2017 11:10 AM
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मैट्रिक पास युवक डॉक्टर बन क्लिनिक चला रहा था। मरीजों का बकायदे आला लगाकर इलाज करता था। गुरुवार को पुलिस ने राजीवनगर थाना इलाके के गांधीनगर में चल रहे इस धंधे का भंडाफोड़ करते हुए बिना डिग्री वाले डॉक्टर अजीत कुमार को गिरफ्तार कर लिया। 

राजीवनगर थाने की पुलिस ने जब पूरे क्लिनिक की तलाशी ली तो भीतर से नकली और एक्सपायरी डेट की दवाएं निकलीं। पुलिस ने काफी मात्रा में मिली दवाइयों को जब्त कर लिया है। इनकी कीमत लाखों रुपए में आंकी जा रही है। पुलिस टीम उस वक्त चौंक गयी जब इस क्लिनिक में मंगल पासवान नाम का एक मरीज भर्ती मिला, जिसके शरीर का 60 प्रतिशत हिस्सा जल चुका था। अजीत इस मरीज का इलाज करने के नाम पर उसके परिजनों से मोटी रकम वसूल रहा था।

एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि आरोपित झोलाछाप द्वितीय श्रेणी से मैट्रिक पास है। इसके बाद उसने अपने नाम के आगे डॉक्टर लगाकर क्लिनिक खोल लिया। एकाएक काफी पुलिस देख पूरे इलाके में लोग जमा हो गए। पता चला कि जिन्हें अब तक वे डॉक्टर समझते थे वह झोलाछाप है। पुलिस अफसरों ने जब झोलाछाप की सच्चाई बताई तो स्थानीय लोगों व मरीजों के पैरों तले जमीन खिसक गयी। 

नहीं दे सका प्रमाणपत्र 
पुलिस ने जब अजीत से डॉक्टर होने का प्रमाणपत्र मांगा तो पहले उसने आनाकानी की, लेकिन बाद में सच्चाई खुद ही बयां कर दी। एमबीबीएस का प्रमाणपत्र तो दूर मैट्रिक भी वह किसी तरह पास कर सका था। 

यहां हर रोग का इलाज था
झोलाछाप डॉक्टर के क्लिनिक में हर रोग की दवा थी। किसी भी बीमारी का इलाज करने से अजीत मना नहीं कर रहता था। मरीजों को चार-पांच दिनों तक रखा जाता था। जब हालत खराब होती तो तुरंत मरीज को पीएमसीएच जाने की सलाह देता था। 

झुग्गी वालों को ठगता था
राजीवनगर थानेदार मृत्युंजय कुमार ने बताया कि अजीत झुग्गी-झोपड़ी के लोगों को झांसे में लेकर  इलाज करता था। उनसे मोटी रकम वसूलता था। पास के ही रहने वाले एक प्रतिष्ठित व्यक्ति ने अजीत के बारे में पुलिस को जानकारी दी। 

जान से खिलवाड़
-आरोपित झोलाछाप को पुलिस ने किया गिरफ्तार
-क्लिनिक में भर्ती मरीज से वसूली थी मोटी रकम

ऐसे भी खपाई जाती हैं एक्सपायरी दवाएं  
छापेमारी के बाद यह बात स्पष्ट हो गया कि झोलाछाप से नकली और एक्सपायरी दवा का कारोबार करने वालों के कनेक्शन हैं। नकली दवाएं इन जगहों पर आसानी से खपा दी जाती हैं। अब तक हुई पुलिसिया तफ्तीश में यह बात सामने आयी है कि झोलाछाप एक्सपायरी, नकली और सैंपल में आने वाली दवाओं को ग्रामीणों और झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों के बीच चला देते हैं। यहां तक कि उन्हें कम दाम में भी दवा बेच दी जाती है। एसएसपी ने बताया कि नकली दवा मामले की बेहद गंभीरता से जांच की जा रही है। जल्द ही एक और बड़ी छापेमारी की जाएगी। पुलिस के रडार पर राजधानी के कई झोलाछाप भी हैं जो आम लोगों को झांसा देकर उनका इलाज करते हैं। एसएसपी ने बताया कि इस पहलू भी जांच की जा रही है कि राजीवनगर में जिस झोलाछाप के यहां छापेमारी हुई वहां नकली दवाओं की सप्लायी किसने की है। पुलिस अजीत की निशानदेही पर भी छापेमारी करने की तैयारी में जुट गयी है।  

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