CHAPRA : अर्द्धवार्षिक मूल्यांकन परीक्षा की आज से होगी कॉपी जांच
प्रारंभिक स्कूलों में हुई अर्द्धवार्षिक मूल्यांकन परीक्षा की कॉपियों की जांच मंगलवार से शुरू की जायेगी। सभी संकुल संसाधन केंद्रों पर कॉपी की जांच 13 नवंबर तक चलेगी। मालूम हो कि अपने ही स्कूल की कॉपी...
प्रारंभिक स्कूलों में हुई अर्द्धवार्षिक मूल्यांकन परीक्षा की कॉपियों की जांच मंगलवार से शुरू की जायेगी। सभी संकुल संसाधन केंद्रों पर कॉपी की जांच 13 नवंबर तक चलेगी। मालूम हो कि अपने ही स्कूल की कॉपी की जांच खुद उसी स्कूल के शिक्षक को नहीं करना है, बल्कि सीआरसी क्षेत्र के स्कूल को बदलकर कॉपी की जांच की जानी है।
इसकी जिम्मेवारी सभी सीआरसी समन्वयकों को दी गई है। बच्चों के सीखने के स्तर में सुधार व उन्हें वर्ग सापेक्ष दक्ष बनाने के लिए जिले के 2,525 प्रारंभिक स्कूलों में 26 से 29 अक्टूबर तक अर्द्धवार्षिक मूल्यांकन परीक्षा हुई थी। अब मंगलवार से कॉपियों की जांच संकुल स्तर पर शुरू होगी। इसे लेकर संकुल समन्वयकों ने शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति सीआरसी पर कर दी है।
रिजल्ट के लिए बनाई जायेगी मूल्यांकन पंजी
अर्द्धवार्षिक परीक्षा के परिणाम को सभी वर्गों के लिए अलग-अलग एक पंजी बनाकर संधारित किया जायेगा। इसे मूल्यांकन पंजी के नाम से जाना जायेगा। शैक्षिक वर्ष 2017-18 में वर्ग आठ की मूल्यांकन पंजी स्कूल में अभिलेख के रूप में सुरक्षित रखी जायेगी। शैक्षिक वर्ष 2017-18 में मात्र वर्ग एक के लिए नयी पंजी बनायी जायेगी व शैक्षिक सत्र 2016-17 में उपयोग की गई वर्ग एक से आठ तक की पंजी को शैक्षिक वर्ष 2017-18 में क्रमश: वर्ग दो से आठ के लिए उपयोग किया जायेगा।
छात्रों की होगी ग्रेडिंग
मूल्यांकन पंजी में परीक्षा परिणाम को ग्रेड के रूप में लिखा जायेगा। ए, बी, सी, डी व ई तक ग्रेड दिये जायेंगे। 81 से 100 प्रतिशत अंक लाने वालों को ग्रेड ए, 61 से 80 प्रतिशत अंक लाने वालों को ग्रेड बी, 41 से 60 प्रतिशत अंक लाने वालों को ग्रेड सी, 33 से 40 प्रतिशत अंक लाने वालों को ग्रेड डी व 0 से 32 अंक लाने वाले बच्चों को ग्रेड ई दिया जायेगा। एसएसए डीपीओ ने बताया कि सभी संकुल सीआरसी पर अर्द्धवार्षिक मूल्यांकन की उत्तरपुस्तिकाओं की जांच की तैयारी पूरी कर ली गई है।
कहते हैं अधिकारी
उत्तरपुस्तिकाओं की जांच के लिए सीआरसी पर अधिकतम 40 शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की जायेगी। एकल शिक्षकीय स्कूल से शिक्षक की प्रतिनियुक्ति नहीं की जानी है। यानी, कॉपी जांच को लेकर कोई भी स्कूल बंद नहीं करना है।
धनंजय पासवान , डीपीओ, एसएसए