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नालंदा में दिनदहाड़े मुखिया समेत दो को गोलियों से भूना

नालंदा जिले के नूरसराय थाना क्षेत्र के रेलवे क्र्रांसग के पास अपराधियों ने मुखिया व उनके सहयोगी को गोलियों से भून डाला। प्रखंड की नीरपुर पंचायत के मुखिया शिवेन्द्र कुमार की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी।...

नालंदा में दिनदहाड़े मुखिया समेत दो को गोलियों से भूना
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 30 Nov 2016 06:33 PM
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नालंदा जिले के नूरसराय थाना क्षेत्र के रेलवे क्र्रांसग के पास अपराधियों ने मुखिया व उनके सहयोगी को गोलियों से भून डाला। प्रखंड की नीरपुर पंचायत के मुखिया शिवेन्द्र कुमार की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी। जबकि उनके सहयोगी अशोक प्रसाद उर्फ गुलाब की मौत अस्पताल ले जाने के दौरान हुई। दोनों बेलसर गांव के रहने वाले थे। मुखिया को नकाबपोश अपराधियों ने सिर में एक व शरीर में कई गोलियां मार दी। घटना में चालक बाल-बाल बच निकला। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार एक चारपहिया व तीन बाइक पर सवार अपराधियों ने अंधाधुंध फार्यंरग की और चंडी की ओर फरार हो गये हैं। घटना के बाद लोगों की भारी भीड़ जमा हो गयी। इससे बिहारशरीफ-दनियावां मार्ग चार घंटे तक जाम रहा। घटना की सूचना पाकर एसपी कुमार आशीष व एसडीओ सुधीर कुमार वहां पहुंचे और मामले की छानबीन की।

स्थानीय लोगों के अनुसार मुखिया सुबह साढ़े सात बजे अपनी बोलेरो पर सवार होकर नूरसराय गये थे। उनके साथ गुलाब व बुधौल गांव निवासी ड्राइवर अखिलेश कुमार थे। नूरसराय बाजार में बाल-दाढ़ी कटवाने के बाद उन्होंने सब्जी और मिठाई खरीदी और घर लौटने लगे। घर लौटने के क्रम में सुबह करीब सवा दस बजे रेलवे क्र्रांसग के पास तीन बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने दोनों साइड से गाड़ी को ओवरटेक किया। मुंह पर गमछा बांधे अपराधियों ने ड्राइवर से कहा कि ऐसे ही गाड़ी चलती है और ताबड़तोड़ फार्यंरग करने लगे। 16 राउंड फार्यंरग की बात सामने आ रही है। मुखिया के सिर व शरीर में गोली लगी। बदमाशों ने ड्राइवर को खींचने की कोशिश, हालांकि गेट बंद करने के कारण वह बच गया। पीछे बैठे गुलाब को भी अपराधियों ने गोली मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बाइक सवार अपराधियों के अलावा एक स्कॉर्पियो गाड़ी भी थी जिसपर अपराधी सवार थे। गोली मारने के बाद सभी चंडी की ओर भाग निकले।

घटना के बाद स्थानीय लोगों की भीड़ वहां जमा हो गयी। सूचना मिलने के बाद थानाध्यक्ष शशिरंजन दल-बल के साथ पहुंचे। घटनास्थल के पास से चार खोखा बरामद किया गया। देखते ही देखते हजारों लोगों की भीड़ वहां जमा हो गयी। मृतकों के परिजन के क्रंदन से माहौल गमगीन हो गया। मुखिया का शव गाड़ी में ही पड़ा था। लोगों की भीड़ के कारण सड़क पर आवाजाही बंद हो गयी। घटनास्थल पर कांग्रेस, जदयू, भाजपा व राजद के कई नेता पहुंचे और परिजन को सांत्वना दी। एसपी के अलावा डीएसपी विजय कुमार, प्रवेन्द्र भारती सहित कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गयी। करीब दो बजे सड़क पर से हटाकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया, तब जाकर गाड़ियों की आवाजाही शुरू हो सकी।

दोहरे हत्याकांड के कारणों का खुलासा नहीं हो पा रहा है। स्थानीय लोगों के अलावा पुलिस का भी मानना है कि चुनावी रंजिश में हत्या हुई है। कुछ लोग जमीन विवाद का भी मामला बता रहे हैं। घटना का चश्मदीद गवाह ड्राइवर गायब हो गया है। कारण जो भी हो एक बात तो तय है कि अपराधियों के पास मुखिया की पल-पल की खबर थी और सबकुछ सुनियोजित ढंग से किया गया था।

एसपी ने बताया कि प्रथमदृष्टया घटना का कारण चुनावी रंजिश दिखाई दे रहा है। फिलहाल जांच चल रही है। शव का पोस्टमार्टम करा परिजन को सौंप दिया गया है। पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेकर छानबीन में जुट गयी है। हत्यारे जहां भी छुपे हों उन्हें जल्द ही पकड़ लिया जायेगा।

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