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सरकारी अस्पताल में दवा नहीं, गोदाम से गायब हो रही दवाएं

प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में जहां दवाओं की किल्लत है वहीं अस्पतालों के गोदाम से दवाएं गायब हो रही हैं। दो साल बाद एक बार फिर सरकारी अस्पताल की दवाएं बाहर से बरामद हुई हैं। 2014 में बिहारी साव लेन...

सरकारी अस्पताल में दवा नहीं, गोदाम से गायब हो रही दवाएं
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 24 Apr 2017 02:55 AM
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प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में जहां दवाओं की किल्लत है वहीं अस्पतालों के गोदाम से दवाएं गायब हो रही हैं। दो साल बाद एक बार फिर सरकारी अस्पताल की दवाएं बाहर से बरामद हुई हैं। 2014 में बिहारी साव लेन के एक निजी गोदाम के अलावा 2016 में रामकृष्णा नगर और संपतचक में भी सरकारी अस्पतालों की दवाएं बरामद हुई थीं।

शनिवार को एक्सपायरी दवाओं को खपाने वाले सरगना रमेश पाठक के बिस्कोमान कॉलोनी स्थित घर में छापेमारी में सरकारी अस्पतालों की दवाएं मिलीं थीं। ये दवाएं बीएमएसआईसीएल द्वारा सरकारी अस्पतालों में सप्लाई की गई थी। दवाओं पर बीएमएसआईसीएल की मुहर भी लगी है। सोमवार को दवाओं के बैच नंबर का मिलान किया जाएगा। उसके बाद पता चल पाएगा कि निगम ने किस सरकारी अस्पताल को दवा की सप्लाई की थी। धंधेबाज बदल देते हैं रैपर पिछले दो साल में तीन जगहों से बरामद सरकारी दवाओं की छानबीन में पता चला है कि धंधेबाज सरकारी दवाओं के रैपर बदल देते हैं। उन पर अपने हिसाब से मूल्य निर्धारण कर प्रिंट करा देते हैं। बिहारीसाव लेन से बरामद गोदाम से जानकारी मिली थी कि दवाओं के रैपर में दस गुना तक दाम में अंतर है। सरकारी अस्पतालों से है सांठगांठ धंधेबाजों की सरकारी अस्पतालों से सांठगांठ है। वार्ड से मरीजों के लिए डॉक्टर दवा की डिमांड करते हैं। मरीजों के बेड हेड टिकट पर दवा तो लिखी रहती है। दवा गोदाम से संबंधित वार्ड में भेजे जाने के लिए चालान भी काटे जाते हैं लेकिन दवाएं मरीजों की बजाय बाजार में बेच दी जाती है। यही कारण है कि सरकारी अस्पतालों में मरीजों को दवा नहीं मिल पाती है। सरकारी अस्पतालों का नहीं होता निरीक्षणऔषधि नियंत्रण प्रशासन बाजार में दवाओं की जांच तो करता है लेकिन सरकारी अस्पतालों के गोदाम की जांच नहीं होती है। यही कारण है कि सरकारी अस्पतालों में रखी दवाएं कम समय की एक्सपायरी की हैं या सब स्टैंडर्ड है इसकी जानकारी नहीं मिल पाती। पिछले एक साल में पीएमसीएच, एनएमसीएच, न्यू गार्डिनर रोड, जयप्रकाश नारायण अस्पताल शास्त्रीनगर, राजेंद्रनगर अस्पतालों की दवाओं की जांच नहीं हुई है।

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