मगध महिला में खुद की कॉपी, ब्लैक बोर्ड पर सवाल
मगध महिला कॉलेज में इन दिनों स्नातक पार्ट-1, पार्ट-2 व पार्ट थर्ड की फर्स्ट टर्मिनल परीक्षा चल रही है। बुधवार को हिन्दुस्तान टीम ने परीक्षा हॉल का जायजा लिया तो चौंकाने वाले बात सामने आए। छात्राएं घर...
मगध महिला कॉलेज में इन दिनों स्नातक पार्ट-1, पार्ट-2 व पार्ट थर्ड की फर्स्ट टर्मिनल परीक्षा चल रही है। बुधवार को हिन्दुस्तान टीम ने परीक्षा हॉल का जायजा लिया तो चौंकाने वाले बात सामने आए। छात्राएं घर से खुद की कॉपी लाकर परीक्षा दे रही हैं। सवाल प्रश्न पत्र की बजाय ब्लैक बोर्ड पर लिखकर दिए जा रहे हैं। कॉलेज की ओर से कॉपी और प्रश्न पत्र नहीं दिए जाने के पीछे कॉलेज प्रशासन फंड की कमी का राग अलाप रहा है।
कॉलेज की प्राचार्या प्रो. आशा सिंह कहती हैं कि कॉलेज में फंड की कमी है। कॉलेज प्रशासन ने समय पर परीक्षा आयोजित करने के लिए यह कदम उठाया है। छात्राओं को घर से कॉपियां लाने को कहा गया है। कॉलेज कहां से पैसे लाएगा। इस मद में फंड दिए जाएंगे तो पहले की तरह व्यवस्था होगी।
कॉलेज के पास फंड नहीं
सरकार ने स्नातक और पीजी तक की छात्राओं की पढ़ाई नि:शुल्क कर दी है। इस फैसले के बाद मगध महिला कॉलेज ने सभी छात्राओं की फीस माफ कर दी गई है। उनका दाखिला ले लिया, लेकिन अब तक सरकार की ओर से कॉलेज को फंड जारी नहीं किया गया। पैसे की कमी से वजह से छात्राओं को घर से कॉपी लाने का निर्देश दिया गया है। सेंटअप टेस्ट के पहले ली जाने वाली इस परीक्षा में पिछले साल व्यवस्था दूसरी थी। कॉलेज प्रशासन का कहना है कि फंड की कमी से मजबूरी में इस व्यवस्था को अपनाया गया है।
घर की कॉपी पर कॉलेज की मुहर
बीकॉम के विभागाध्यक्ष डॉ. जनार्दन प्रसाद ने बताया कि छात्राओं से पहले ही कागज ले लिया गया है। बाद में कॉलेज ने उसे परीक्षा की कॉपियों की शक्ल दे दी। लगभग विभिन्न विभागों में ली जाने वाली परीक्षा का हाल ऐसा ही है।