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कश्मीर देश के लिए बन गया है घाव : कवि सत्यनाराण

कश्मीर देश के लिए घाव बन गया है। इसकी मरहम पट्टी की बजाए, इसे पूरी तरह ठीक करने की जरूरत है। ये बातें कश्मीर: इतिहास, समस्या और समाधान विषय पर आयोजित परिचर्चा का उद्घाटन करते हुए गुरुवार को कवि...

कश्मीर देश के लिए बन गया है घाव : कवि सत्यनाराण
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 27 Oct 2016 11:11 PM
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कश्मीर देश के लिए घाव बन गया है। इसकी मरहम पट्टी की बजाए, इसे पूरी तरह ठीक करने की जरूरत है। ये बातें कश्मीर: इतिहास, समस्या और समाधान विषय पर आयोजित परिचर्चा का उद्घाटन करते हुए गुरुवार को कवि सत्यनारायण ने कहीं। गांधी संग्रहालय में आयोजित परिचर्चा का आयोजन संपूर्ण क्रांति मंच ने किया।

मुख्य वक्ता के रूप में समाजशास्त्री प्रो. एमएन कर्ण ने कहा कि कश्मीर के बाहर कश्मीर के बारे में लोगों को जानकारी नहीं रहती। इसके लिए मिल जुलकर लोगों के भ्रम को दूर करने की जरूरत है। कश्मीर में भारतीय सेना वहां के लोगों के मानवाधिकारों की चिंता नहीं करती, यह गंभीर सवाल है। राजनीतिक मामलों के जानकार सुनील कुमार सिन्हा ने कहा कि कश्मीर के विलय के समय तात्कालीन नेताओं ने देश व सरदार पटेल को गफलत में रखा। तात्कालीन नेताओं ने गलत ढंग से कश्मीर मुद्दे को यूएन में ले गए। दुर्भाग्य की बात है कि अब तक इस मसला हल निकला है।

परिचर्चा में कश्मीर के मुद्दे पर आयोजन समिति की ओर से प्रस्ताव पारित किया गया। स्वायत्तता के सवाल पर विद्वानों ने कहा कि अलग से कश्मीर को स्वायत्तता देना देश के लिए चुनौती बन सकती है। प्रो. उमा सिन्हा, प्रियदर्शी ने भी अपनी बात रखी। अध्यक्षता प्रभाकर ने की। अरुण दास ने परिचर्चा का संयोजन किया।

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