पखवारे भर से लिंक फेल, नहीं हो रहा ऑनलाइन भुगतान
एक पखवारे से बिजली कंपनी के सर्वर का लिंक फेल है। मार्च महीना समाप्त होने को है। लक्ष्य को पूरा करने में ऑनलाइन भुगतान की भी भूमिका महत्वपूर्ण है। लेकिन सर्वर का लिंक फेल होने से करीब एक पखवारे से...
एक पखवारे से बिजली कंपनी के सर्वर का लिंक फेल है। मार्च महीना समाप्त होने को है। लक्ष्य को पूरा करने में ऑनलाइन भुगतान की भी भूमिका महत्वपूर्ण है। लेकिन सर्वर का लिंक फेल होने से करीब एक पखवारे से कंपनी के कर्मी व पदाधिकारी के अलावा उपभोक्ताओं की भी परेशानी बढ़ती जा रही है। ऑनलाइन बिल का भुगतान करने वाले उपभोक्ताओं को भी काउंटर पर लाइन लगना पड़ रहा है। स्पॉट बिलिंग नहीं होने के कारण उपभोक्ताओं को बिल नहीं मिल पा रहा है। गड़बड़ बिल में सुधार करने की बात ही सोचना बेमानी है। उपभोक्ता रोज कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। कंपनी का सर्वर फेल होने की वजह से उनके कार्यालय का भी कार्य नहीं हो पा रहा है।
स्पॉट बिलिंग के लिए लिंक अनिवार्य
शहर के अलावा कई प्रखंड इलाकों में भी बिजली कंपनी ने स्पॉट बिलिंग कार्य शुरू कर दिया है। हालांकि स्पॉट बिलिंग करने के दौरान सर्वर का लिंक अनिवार्य है। स्पॉट बिलिंग करने वाले कर्मियों के पास जीपीएस सिस्टम से लैस मोबाइल और ब्लूटूथ से अटैच प्रिंटर (छोटा) रहता है। वे घरों में जाते हैं और मकान मालिक के सामने बिजली मीटर की तस्वीर मोबाइल से खींचते हैं। तस्वीर लेते ही उपभोक्ता का नाम, बिल संख्या सहित मीटर रीडिंग के सारे डिटेल्स बिजली विभाग के सर्वर पर लोड हो जाता है। इसके बाद मीटर रीडर प्रिंटर से बिल निकालकर उपभोक्ता को दे देते हैं।
बकायेदारों का काटा जा रहा कनेक्शन
मार्च महीने के अंतिम पखवारा समाप्त होने में चार दिन बाकी है। फिर भी अंतिम पखवारे में ग्रामीण व शहरी इलाकों में एक हजार से अधिक बकायेदारों का कनेक्शन काटा जा चुका है। पांच करोड लक्ष्य के मुकाबले ग्रामीण व शहरी इलाकों में करीब चार करोड़ बकाए बिजली बिल की वसूली की जा चुकी है। शेष दिनो में लक्ष्य को पूरा करने के लिए बड़े पैमाने पर एसडीओ व जेई के अलावा अन्य पदाधिकारियों के संयुक्त अभियान चलाए जा रहे हैं। अभियान के भय से बकायेदार अपने बकाए बिल को जमा करने में भी रुचि दिखा रहे हैं। बिजली एसडीओ रमेश कुमार ने कहा कि जिनका कनेक्शन काटा जा रहा है, वे उपभोक्ता बकाये के साथ आरसी-डीसी बिल का भुगतान नहीं करेंगे तो उन पर एफआईआर होगी। अब तक दर्जनों आरसी-डीसी बिल जमा नहीं करने वाले बकायेदारों पर एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। दाउदपुर, मांझी, मशरक, भेल्दी, बनियापुर व अन्य इलाकों में भी अभियान चलाकर प्रतिदिन बकायेदारों का कनेक्शन काटा जा रहा है। शहर में 30 हजार उपभोक्ता हैं। इनमें करीब 14 हजार उपभोक्ता रेगुलर अपना बिल जमा करते हैं।
कनेक्शन कटने के बाद भी पड़ताल
तीन महीने से बिल बकाया रखने वाले उपभोक्ताओं के खिलाफ कनेक्शन काटने का अभियान चलाया जा रहा है। कनेक्शन काटने के बाद बकायेदारों की परेशानी कम की बजाय बढ़ती जा रही है। कनेक्शन कटने के बाद बकाया बिल के अलावा आरसी-डीसी (री-कनेक्शन और डिस्कनेक्शन) शुल्क भी जमा करना अनिवार्य है। ऐसा नहीं करने पर बकायेदारों पर दुबारा एफआईआर दर्ज होगी। कनेक्शन काटने के बाद भी कंपनी के अधिकारी बकायेदारों के कनेक्शन का मुआयना कर रहे हैं।
एक अप्रैल से महंगी होगी बिजली
नये वित्तीय सत्र से बिजली के दर में बढ़ोतरी होनी है। एक अप्रैल से नयी दरें लागू हो जाएंगी। हालांकि कितनी फीसदी दर में बढ़ोतरी की गई है, इसका सही टैरिफ अब तक कार्यालय को नहीं मिला है। हालांकि पहली सरकार की घोषणा के बाद 55 फीसदी की चर्चा थी लेकिन विरोध व नोटबंदी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने बढ़ोतरी की दर को कम किया लेकिन सही दर जल्द ही मिलने वाला है।
बचा सकते है 20 फीसदी तक बिजली
ऊर्जा विशेषज्ञों की माने तो आम उपभोक्ता अपने दैनिक जीवन में बिजली के उपयोग के दौरान थोड़ी सावधानी बरतें तो बिजली की खपत को कम कर सकते हैं। इन सावधानियों को अपनी आदत में शुमार कर के बीस फीसदी तक बिजली की बचत की जा सकती है। इनमें एलईडी बल्ब, टयूब लाइट का इस्तेमाल, आईएसआई मार्क बिजली के उपकरणों का ही इस्तेमाल, एसी को पूरी रात नहीं चलाकर बल्कि कुछ अंतराल के बाद बंद करना, एसी का तापमान 12 से 16 की बजाय 22 से 25 रखना, इलेक्ट्रिक टोस्टर, ओवन, घरेलू आटा चक्की, मिक्सर-ग्राइंडर, आदि का कम से कम इस्तेमाल करना, टीवी, कंप्यूटर आदि को मेन स्विच से ही बंद करें रिमोट से नहीं।