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Hindi Newsचीन की दमनकारी नीति के खिलाफ सयुक्त राष्ट्र संघ में शिकायत करेगी सीटीए

चीन की दमनकारी नीति के खिलाफ सयुक्त राष्ट्र संघ में शिकायत करेगी सीटीए

कालचक्र पूजा में तिब्बतियों को शामिल होने से रोके जाने पर सेंट्रल तिब्बतियन एडमिष्ट्रेशन ने कड़ा रुख अख्तियार की है सेंट्रल तिब्बतियन एडमिश्टेशन के मुख्य प्रशासक डॉ लोपसांग सांग्ये चीन के इस निर्णय को...

चीन की दमनकारी नीति के खिलाफ सयुक्त राष्ट्र संघ में शिकायत करेगी सीटीए
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 08 Jan 2017 03:11 PM
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कालचक्र पूजा में तिब्बतियों को शामिल होने से रोके जाने पर सेंट्रल तिब्बतियन एडमिष्ट्रेशन ने कड़ा रुख अख्तियार की है सेंट्रल तिब्बतियन एडमिश्टेशन के मुख्य प्रशासक डॉ लोपसांग सांग्ये चीन के इस निर्णय को दमनकारी नीति करार दिया है और चीन के इस दमनकारी नीति के विरुद्ध संयुक्त राष्ट्र संघ जेनेवा में रिपोर्ट दर्ज करने की बात कही है ।

श्री सांग्ये कालचक्र पूजा के सातवें दिन रविवार को बोधगया में प्रेस वार्ता करके उक्त बातें कही ।

उन्होंने कहा कि कालचक्र पूजा विफल करने के लिए वहां से आने वाले श्रद्धालुओं को रोक दिया । जो लोग यहां आ चुके थे । उन्हें डरा धमकाकर वापस होने पर मजबूर कर दिया । इस कारण लाखों श्रद्धालु पूजा में शामिल नहीं हो पाए । नेपाल जाने का भी बीजा नहीं दिया गया । ताकि वे नेपाल के रास्ते वे भारत पहुंच सकते है । चीन तिब्बतियों की स्वायत्तता देने की बात करती । तो क्यों नहीं शतप्रतिशत तिब्बतियों को बीजा दे देती है । तिब्बतियों की स्वायत्तता जमीन पर नहीं दिखती है । चीन के उत्पीड़न नीति के विरुद्ध मध्य मार्गीय रास्ता अख्तियार कर वार्ता और संघर्ष जारी रखेगी । एक सवाल पर उन्होंने कहा कि एक देश में दो सरकार नहीं हो सकती । चीन स्वायत्तता नीति का पालन करें । तिब्बतियों की आजादी चीन के संविधान समत में है । व्हाइट हाउस से अच्छे रिश्ते होने की बात कही । हम बुद्ध के मानने वाले है और बुद्ध के संदेश पर चलने वाले । तिब्बती आजाद जरूर होगा । अभी चीन के कब्जे में है । तिब्बत की आजादी जमीनी हकीकत है ।

उन्होंने कालचक्र पूजा में बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए केंद्र व् राज्य सरकार की सराहना की । पहलीबार बोधगया में 34वीं कालचक्र पूजा का आयोजन सेंट्रल तिब्बतियन एडमिस्ट्रेशन करा रही है ।उनके साथ आयोजन समिति के उपाध्यक्ष तेनजिंग वांगचुक थे ।

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