सीवान शहर से सटे 17 गांवों के लोगों की उम्मीद खत्म, नहीं शामिल होंगे नगर परिषद में
सीवान नगर परिषद, मैरवा व महाराजगंज नगर पंचायत क्षेत्र में चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। हालांकि अभी चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होने में विलंब है। लेकिन पंचायती राज विभाग ने नए सिरे से आरक्षण...
सीवान नगर परिषद, मैरवा व महाराजगंज नगर पंचायत क्षेत्र में चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। हालांकि अभी चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होने में विलंब है। लेकिन पंचायती राज विभाग ने नए सिरे से आरक्षण रोस्टर जारी कर दिया है। आरक्षण रोस्टर जारी होने के बाद संभावित प्रत्याशी चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। लेकिन सीवान शहर से सटे वैसे 17 गांवों के लोगों को झटका लगा है। उनकी उम्मीद पर पानी फिर गया है। इन गांवों के लोगों को उम्मीद थी कि अगले साल होने वाले नगर परिषद का चुनाव नए परिसीमन पर होगा।
इन गावों को लगा झटका
जब नया परिसीमन होगा उस समय शहर से सटे गांवों को नगर परिषद में शामिल कर लिया जाएगा। इस तरह इन गांवों को शहरी क्षेत्र की सुविधाएं मिलने लगेंगी। चुनाव के लिए नए सिरे से परिसीमन करने की कोई योजना नहीं है। इस तरह शहर से सटे हकाम, बिन्दुसाबर बुजुर्ग, अतरसुआ, माहपुर, हरदिया, चांप, सुरापुर, पैगम्बरपुर, रेनुआ, सलोनेपुर, पकवलिया, महोद्दीपुर, कनिष्क विहार, जियांय, छोटपुर, टरवां व करमीहाता शामिल है। इन गांवों को समीप के वार्डो में शामिल किया जाना था। हालांकि इन गांवों को जब नगर परिषद क्षेत्र में शामिल किया जाता तो वार्डो की संख्या भी बढ़ जाती।
शहर में 38 वार्ड हैं
फिलहाल शहर में 38 वार्ड हैं। शहर से सटे इन गांवों में बिजली सुविधा शहरी क्षेत्र का ही उपलब्ध है। लेकिन अन्य सुविधाएं गांवों की तरह है। जबकि यहां के लोग दस कदम की दूरी पर ही जब आगे बढ़ते हैं तो उन्हें शहरी क्षेत्र की सुविधाएं दिखने लगती है। हर मोहल्ले में नगर परिषद का डस्टबिन, सोलर व एलईडी लाइट, सफाई कर्मचारी रहते हैं। इससे इन गांवों के लोगों को लगता है कि काश वे भी नगर परिषद में शामिल हो जाते और शहरी क्षेत्र की इन सुविधाओं का लाभ मिलने लगता। वैसे काफी संघर्ष के बाद हुसैनगंज प्रखंड के पैगम्बरपुर गांव के कुछ घर को नगर परिषद में शामिल करने की अधिसूचना जारी हुई है। जबकि शेष घर पंचायत में ही रहेंगे।
नगर परिषद चुनाव के लिए नया आरक्षण रोस्टर जारी कर दिया गया है। अगले साल होने वाला चुनाव पुराने परिसीमन पर ही होगा।
- जिला पंचायती राज पदाधिकारी, बिन्दा प्रसाद