चिड़ियाघर की झील में छोड़े गए कछुए
हरिद्वार-हावड़ा (कुंभ) एक्सप्रेस की महिला बोगी से बरामद 144 कछुओं को चिड़ियाघर की झील में बुधवार को छोड़ दिया गया। सालभर के अंदर झील में एक हजार कछुए छोड़े जा चुके हैं। इस तरह कछुए की संख्या इतनी...
हरिद्वार-हावड़ा (कुंभ) एक्सप्रेस की महिला बोगी से बरामद 144 कछुओं को चिड़ियाघर की झील में बुधवार को छोड़ दिया गया। सालभर के अंदर झील में एक हजार कछुए छोड़े जा चुके हैं।
इस तरह कछुए की संख्या इतनी बढ़ गयी है कि अब झील में अन्य कछुओं की रहने की जगह नहीं बची है। अब कहीं से कछुआ बरामद किया जाता है तो उसे गंगा में छोड़ा जाएगा। मंगलवार की रात पटना जंक्शन जीआरपी थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने हरिद्वार-हावड़ा एक्सप्रेस के महिला बोगी में छापेमारी कर 144 कछुओं को बरामद किया था। हालांकि कछुओं की तस्करी में शामिल महिला रेल पुलिस के हाथ नहीं लग सकी। बैग भरे होने के कारण तीन कछुए मरे मिले थे। संजय गांधी जैविक उद्यान के निदेशक नंदकिशोर ने बताया कि ट्रेन से बरामद कछुओं को चिड़ियाखाना के झील में छोड़ दिया गया। सालभर के अंदर एक हजार कछुओं को छोड़े गए हैं।