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बोल्ट का मिशन हुआ खत्म, 9 गोल्ड के साथ ओलंपिक को कहा 'अलविदा'

ओलंपिक के करिश्माई खिलाड़ी बन चुके यूसेन बोल्ट ने 21 साल की उम्र में शुरू किये अपने सफर पर नौ साल बाद नौ गोल्ड के साथ रियो में विराम लगा दिया, लेकिन इस दौरान इस महान एथलीट की वर्ल्ड रिकॉर्ड और गोल्ड...

बोल्ट का मिशन हुआ खत्म, 9 गोल्ड के साथ ओलंपिक को कहा 'अलविदा'
एजेंसीSat, 20 Aug 2016 01:50 PM
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ओलंपिक के करिश्माई खिलाड़ी बन चुके यूसेन बोल्ट ने 21 साल की उम्र में शुरू किये अपने सफर पर नौ साल बाद नौ गोल्ड के साथ रियो में विराम लगा दिया, लेकिन इस दौरान इस महान एथलीट की वर्ल्ड रिकॉर्ड और गोल्ड मेडल की चमक से जो इतिहास लिखा गया है उसे दशकों तक याद किया जाएगा।
            
धरती के सबसे तेज धावक, चैंपियन, रफ्तार के बादशाह न जाने ऐसे कितने ही विशेषण बोल्ट के लिये इन नौ सालों में गढे गये हैं और अब उनकी उपलब्धियों को बयां करने के लिये शब्द ही कम पढ़ जाते हैं। एक बेहद खुशनुमा व्यक्ति, बेहद सफल एथलीट बोल्ट ने इतने लंबे अर्से में न तो अपने खेल को प्रभावित होने दिया और न ही दुनियाभर में फैले अपने प्रशंसकों को निराश किया।


             
बीजिंग ओलंपिक 2008 के बाद लंदन ओलंपिक 2012 में 100 मीटर, 200 मीटर और चार गुणा 100 मीटर रिले दौड़ में लगातार गोल्ड की हैट्रिक लगाने वाले बोल्ट ने अपने आखिरी रियो ओलंपिक में भी तीनों ही इनेंट में गोल्ड जीते और अपने सपने 'स्प्रिंट स्वीप' को सच कर इन खेलों से विदाई ले ली। कोई भी एथलीट इस तरह खेलों से विदा लेने की केवल कल्पना ही कर सकता है, लेकिन बोल्ट ने सफलता की अलग ही कहानी लिखते हुये नौ वर्षों के ओलंपिक करियर में नौ गोल्ड के साथ विदा लेकर इसे हकीकत बना दिया।
            
हालांकि अब ट्रैक के बादशाह और इन खेलों का चेहरा बन चुके बोल्ट की बिजली नहीं दौड़ेगी जो उनके प्रशंसकों के लिये काफी भावुक और दुखी करने वाला अहसास है। लेकिन बोल्ट की मानें तो उनका 'मिशन ओलंपिक' अब पूरा हो चुका है। बोल्ट ने कहा मेरे अंदर मिलीजुली भावनाएं हैं, लेकिन मैं बहुत राहत भी महसूस कर रहा हूं। मैंने नौ सालों तक जो दबाव सहा है वह अब समाप्त हो गया है। लेकिन मैं इस खेल को और ओलंपिक को बहुत याद करूंगा क्योंकि यह सबसे बड़ा मंच है।

बीजिंग में 21 साल की उम्र में 100 मीटर रेस में वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ गोल्ड जीतकर दुनिया को चौंकाने वाले बोल्ट का ब्राजील में बतौर सर्वश्रेष्ठ ओलंपियन और 'महान खिलाड़ी' के रूप में करियर का समापन हुआ है। एक दिन बाद ही 21 अगस्त को अपना 30वां जन्मदिन मनाने जा रहे जमैकन एथलीट ने अपनी टीम को चार गुणा 100 मीटर रिले दौड़ में स्वर्ण दिलाने के साथ रियो में अपना तीसरा स्वर्ण भी हासिल किया।
          
ओलंपिक 'ट्रिपल ट्रिपल' की उपलब्धि दर्ज करने वाले दुनिया के एकमात्र खिलाड़ी ने मजाकिया लहजे में कहा कि मैं कभी भी साक्षात्कारों को याद नहीं करूंगा क्योंकि यहां आने के बाद से मैं करीब 500 ऐसे इंटरव्यू दे चुका हूं। लेकिन मैं लोगों को बहुत याद करूंगा क्योंकि दर्शकों ने मेरा बहुत समर्थन किया है।
          
बोल्ट ने कहा कि मुझे स्पर्धा में उतरना अच्छा लगता है। मैं यह सब याद करूंगा। मेरा करियर बहुत अच्छा रहा है। मैं जो कर सकता था वह कर दिया है। मैं दुनिया को दिखा दिया है कि मैं इस खेल का महान खिलाड़ी हूं और अब मेरा मिशन पूरा हो चुका है।


          
उन्होंने साथ ही कहा कि अपने टीम साथियों पूर्व विश्व रिकॉर्डधारी असाफा पावेल, टीम साथी योहान ब्लेक और निकेल एश्मांडे के साथ अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हुये करियर को विराम देना काफी खुशनुमा है। उन्होंने कहा कि मुझे अपनी टीम के साथ खेलना पसंद है, इस खेल में जमैका के सर्वश्रेष्ठ चार खिलाड़ियों के साथ भागना मेरे लिये बहुत मजेदार अनुभव है।

ओलंपिक चैंपियन ने कहा कि मैंने अपने देश की जरूरत को पूरा किया है और हमेशा ही देश का एम्बेसेडर बनने का प्रयास किया है। मैं रिटायरमेंट के बाद भी अपने देश और खेल के लिये ऐसा करता रहूंगा। दुनिया के सबसे सफल ट्रैक एथलीट बोल्ट को निश्चित ही आदर्श माना जा सकता है जिन्होंने अपने करियर में एक बार भी डोप टेस्ट फेल नहीं किया है।
         
एथलेटिक्स पर छाये डोप के आरोपों पर उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हम कुछ समय से खराब दौर से गुजर रहे हैं। लेकिन हमारे युवा खिलाड़ी सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। हम यहां से आगे बढ़ सकते हैं। हमें खराब समय को पीछे छोड़ना होगा।


          
ओलंपिक से रिटायरमेंट के बाद अपनी नई पारी को लेकर बोल्ट ने कहा कि मैं जब जमैका जाऊंगा तो मुझे यकीन है कि लोगों से ढेर सारा प्यार मिलेगा और इसके बाद मैं सोचूंगा कि क्या करना है। मैंने अपने लिये एक पूरी बाल्टी भरकर सूची बनाई है कि अब मुझे क्या करना होगा। मैं ट्रैक एंड फील्ड में तो जो चाहा था उसे पा लिया है। अब नय गोल बनाने होंगे। लेकिन उससे पहले छुट्टियों पर जाऊंगा और आराम करूंगा।

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