ओलंपिक टास्क फ़ोर्स: दीपा करमाकर ने PM मोदी को बोला ThankYou
रियो ओलंपिक में भारत की तरफ से जिम्नास्टिक के फाइनल में टॉप-4 तक पहुंचने वाली जिमनास्ट दीपा करमाकर ने पीएम मोदी को 'शुक्रिया' कहा है। बता दें कि ये शुक्रिया इसलिए कहा गया है क्योंकि पीएम...
रियो ओलंपिक में भारत की तरफ से जिम्नास्टिक के फाइनल में टॉप-4 तक पहुंचने वाली जिमनास्ट दीपा करमाकर ने पीएम मोदी को 'शुक्रिया' कहा है। बता दें कि ये शुक्रिया इसलिए कहा गया है क्योंकि पीएम मोदी ने शुक्रवार को अगले तीन ओलंपिक खेलों की तैयारियों के लिए टास्क फोर्स बनाने का फैसला लिया है। ये टास्क फ़ोर्स भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए सुविधाओं, प्रशिक्षण और चयन संबंधी योजना तैयार करेगी।
Results will surely be really good: Gymnast Dipa Karmakar on PM Modi announces task force to prepare action plan for next three Olympics.
— ANI (@ANI_news) August 27, 2016
दीपा करमाकर ने कहा Thank You
दीपा ने कहा, सर (मोदी) को शुक्रिया कहना चाहती हूं. उम्मीद करती हूं कि आने वाले ओलंपिक में हम और ज्यादा मेडल लेकर आएंगे। मेरा मानना है कि इसका (टास्क फ़ोर्स वाला फैसला) नतीजा बेहद अच्छा रहेगा।'
सुविधा, प्रशिक्षण पर रहेगा जोर
रियो ओलंपिक में भारी-भरकम भारतीय दल के खराब प्रदर्शन के मद्देनजर प्रधानमंत्री ने आज मंत्रिपरिषद् की बैठक के दौरान अगले तीन ओलंपिक के लिए टास्क फोर्स गठित किए जाने की घोषणा की। टास्क फोर्स खिलाड़ियों को मुहैया करायी जाने वाली सुविधाओं, प्रशिक्षण, चयन प्रक्रिया समेत अन्य विभिन्न पहलुओं पर रणनीति तय करेगा। टास्क फोर्स में विभिन्न खेलों के विशेषज्ञों को शामिल किया जाएगा, जो सरकारी विभागों से नहीं होंगे। अगला ओलंपिक 2020 को टोक्यो में होना है, जबकि इसके बाद 2024 और 2028 को होगा। याद रहे कि रियो ओलंपिक में भारत का सफर महज 2 मेडल के साथ थम गया। यह प्रदर्शन 2008 के बीजिंग और 2012 के लंदन में हुए ओलंपिक से भी बुरा रहा है। रियों में यह हाल तब रहा जबकि इस बार ओलंपिक जाने वाले खिलाड़ियों की संख्या (130) सबसे ज्यादा थी।
अगले कुछ दिनों में होगा गठन
प्रधानमंत्री मोदी ने मंत्रिपरिषद् की बैठक में कहा है कि टास्ट फोर्स का गठन अगले कुछ ही दिनों में किया जाएगा। ओलंपिक खेलों में खिलाड़ियों को भेजने या चयन का जिम्मा खेलों के संघ या फेडरेशन निभाते हैं, लेकिन सरकार खिलाड़ियों की सुविधाओं, प्रशिक्षण समेत अन्य मुद्दों पर आर्थिक सहायता मुहैया कराती है। ऐसे में पदकों का नहीं आना खेल संघों के निर्णयों पर सवाल खड़ा करता है। गौरतलब है कि इस बार एक भी पुरुष खिलाड़ी पदक लाने में कामयाब नहीं हो सका। जो दो पदक आए वो महिला खिलाड़ी साक्षी मलिक और पीवी सिंधु ने जीते। साक्षी मलिक ने कांस्य पदक जीता तो सिंधु सिल्वर मेडल जीतकर लाई। सिंधु मामूली अंतर से गोल्ड लाने से चूक गईं।