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कल्याण कोष ऐप से सीधे विश्वविद्यालय को आवेदन कर पाएंगे छात्र

फ्लैग : विश्वविद्यालय छात्रों की सुविधा के लिए अप्रैल माह तक लांच करेगा ऐप, छात्रों को विश्वविद्यालय और कॉलेजों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगेनोएडा। संवाददाताडॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक...

कल्याण कोष ऐप से सीधे विश्वविद्यालय को आवेदन कर पाएंगे छात्र
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 27 Feb 2017 07:10 PM
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फ्लैग : विश्वविद्यालय छात्रों की सुविधा के लिए अप्रैल माह तक लांच करेगा ऐप, छात्रों को विश्वविद्यालय और कॉलेजों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगेनोएडा। संवाददाताडॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय(एकेटीयू) से संबद्ध इंजीनियरिंग व प्रबंधन कॉलेजों के छात्रों को अब छात्र कल्याण कोष से मदद पाने के लिए कॉलेजों का मुंह नहीं देखना पड़ेगा। छात्रों की सुविधा के लिए विश्वविद्यालय की ओर से आगामी अप्रैल माह में कल्याण कोष ऐप की शुरुआत की जाएगी। इसकी मदद से छात्र सीधे विश्वविद्यालय प्रशासन को आवेदन कर पाएंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि अभी तक छात्रों को छात्र कल्याण कोष की मदद पाने के लिए कॉलेजों के माध्यम से आवेदन करना पड़ता है। इस दौरान कई बाद कॉलेजों की ओर से समय से छात्रों के आवेदन नहीं उपलब्ध कराए जाने से छात्रों को धनराशि नहीं मिल पाती है। अब कल्याण कोष ऐप के माध्यम से छात्रों को कॉलेजों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। छात्र ऐप से सीधे विश्वविद्यालय को आवेदन कर सकेंगे। वहीं छात्र कल्याण निधि की धनराशि सीधे छात्रों को उनके बैंक खातों में उपलब्ध कराई जाएगी। इस ऐप की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। इसके बाद इसका परीक्षण किया जाएगा। इस ऐप को छात्र निशुल्क डाउनलोड कर सकेंगे। इसका लिंक विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर भी उपलब्ध करा दिया जाएगा। छात्रों को सिखाई जाएगी जुगाड़ तकनीकविश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से अब छात्रों को जुगाड़ तकनीक भी सिखाई जाएगी। इसके लिए विश्वविद्यालय फ्रूगल इनोवेशन पर आधारित कार्यशाला का आयोजन करेगा। इसमें अधिक से अधिक छात्रों को शामिल किया जाएगा। कॉलेजों को ई-मेल पर भेजे जाएंगे प्रश्नपत्रविश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा में परीक्षा केंद्रों पर ई-मेल के माध्यम से प्रश्नपत्र भेजे जाएंगे। अभी तक विश्वविद्यालय प्रश्नपत्रों के बंडल बनाकर उन्हें पोस्ट से भेजा जाता था। इसपर विश्वविद्यालय प्रशासन को एक सेमेस्टर में 1.5 करोड़ रुपये का खर्च आता था। अब ई-मेल पर प्रश्नपत्र भेजने से यह खर्च एक चौथाई हो जाएगा। परीक्षा केंद्रों पर जिम्मेदार प्रश्नपत्र का प्रिंट निकालकर छात्रों को देंगे। विश्वविद्यालय की वित्त समिति की ओर से यह निर्णय लिया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि इस प्रक्रिया में प्रश्नपत्र की गोपनीयता का भी ख्याल रखा जाएगा। विशेष सर्वर पर काम होगा व परीक्षा से कुछ समय पहले प्रश्नपत्रों को भेजा जाएगा। अगले सत्र से परीक्षा केंद्रों पर टैबलेट लगाने की तैयारीइस बार ई-मेल से प्रश्नपत्रों को भेजने के साथ अगले सत्र से विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों को सीधे टैबलेट पर प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर टैबलेट लगाए जाएंगे। परीक्षा के पहले इन टैबलेट पर सीधे विश्वविद्यालय की ओर से प्रश्नपत्र भेजे जाएंगे। छात्र टैब पर प्रश्नपत्र देखकर उन्हें हल करेंगे। वहीं परीक्षा के निर्धारित समय के बाद टैबलेट अपने आप बंद हो जाएंगे। इससे विश्वविद्यालय का परीक्षा खर्च बचेगा। वहीं प्रश्नपत्र आउट होने का खतरा भी नहीं रहेगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि पहले चरण में किराए पर टैबलेट लिए जाएंगे। इसके बाद इनका विस्तार किया जाएगा। छात्रों की सुविधा के लिए कल्याण कोष ऐप की शुरुआत की जाएगी। इसके माध्यम से छात्र सीधे विश्वविद्यालय को आवेदन कर पाएंगे। इसके साथ ई-मेल पर प्रश्नपत्र भेजने की भी योजना तैयार की गई है। इसके लिए विशेष सर्वर का इस्तेमाल किया जाएगा। -डॉ. विनय कुमार पाठक, वाइस चांसलर, एकेटीयू

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