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एक्सप्रेस वे पर पड़ी बजरी ने ली जूनियर डॉक्टर की जान

फ्लैग :: नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर रविवार की रात सफीपुर गांव के समीप हादसा11:00 बजे रविवार रात को फिसल गई थी कार ग्रेटर नोएडा। मुख्य संवाददातानोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर पड़ी बजरी की...

एक्सप्रेस वे पर पड़ी बजरी ने ली जूनियर डॉक्टर की जान
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 27 Feb 2017 07:50 PM
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फ्लैग :: नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर रविवार की रात सफीपुर गांव के समीप हादसा11:00 बजे रविवार रात को फिसल गई थी कार ग्रेटर नोएडा। मुख्य संवाददातानोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर पड़ी बजरी की वजह से कार के अनिंयत्रित होने से रविवार रात शारदा अस्पताल के एक जूनियर डॉक्टर की मौत हो गई। उनका साथी जूनियर डॉक्टर अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।हिमाचल प्रदेश के पालमपुर निवासी शुभम नाग और चंडीगढ़ के पास स्थित मोहाली निवासी आर्यन सिंह ढिल्लों नॉलेज पार्क के शारदा विश्वविद्यालय में बतौर जूनियर डॉक्टर इंटर्नशिप कर रहे थे। वे दोनों शहर के सेक्टर जीटा वन के स्प्रिंग फील्ड अपार्टमेंट में रहते थे। वे रविवार की रात होंडा जेज कार में सवार होकर दिल्ली से ग्रेटर नोएडा आ रहे थे। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर सफीपुर गांव के समीप रात करीब 11:00 बजे इनकी तेज रफ्तार कार रोड पर पड़ी बजरी पर चढ़कर फिसल गई। कार अनियंत्रित होकर पलटी और रेलिंग से टकरा गई। कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। शुभम और आर्यन गंभीर रूप से घायल हो गए। पीछे आ रहे साथियों ने घटना की सूचना एक्सप्रेस वे पर खड़ी पीसीआर को दी। पुलिसकर्मियों ने शुभम नाग को नोएडा के फेलिक्स अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। साथी अस्पताल में भर्तीपीछे से आ रहे छात्रों के साथी भी घटनास्थल पर रुक गए। उन्होंने आर्यन को शारदा अस्पताल पहुंचाया। आर्यन का आईसीयू में इलाज चल रहा है। वह जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।ब्रेक दबाने पर फिसला पहियाएक्सप्रेस वे की मरम्मत करने के लिए ठेकेदार ने बजरी डाल दी है। घटनास्थल पर हल्का मोड़ है। यहां चालकों को हल्के ब्रेक लगाने पड़ते हैं। इन लोगों ने ब्रेक दबाया तो बजरी पर पहिया फिसल गया जिसके चलते कार का संतुलन बिगड़ गया। इसके अलावा भी पीछे से आ रही कई कार एक दूसरे से टकराती चली गईं। लेकिन इनमें किसी को चोट नहीं आई।कार तेज रफ्तार थी, बेल्ट नहीं लगाई थी पुलिस का कहना है कि कार की रफ्तार अधिक थी जिसके कारण कार बजरी पर फिसल गई और नियंत्रित नहीं हो सकी। वहीं, डॉक्टरों ने सीट बेल्ट नहीं लगा रखी थी जिसके कारण हादसे में डॉक्टरों को ज्यादा चोट लगी है।प्राधिकरण और पुलिस ने लापरवाही बरतीएक्सप्रेस वे पर हुए हादसे में प्राधिकरण और पुलिस की लापरवाही रही है। प्राधिकरण की लापरवाही की वजह से रोड पर बजरी डाल दी गई। लेकिन रात को करीब 11 बजे हादसा हुआ तो इसकी जानकारी पुलिस को दी गई थी। पुलिस मौके पर पहुंची थी। लेकिन पुलिस ने घटनास्थल से बजरी को नहीं हटवाया।सोमवार सुबह भी कई कार टकराईंबजरी नहीं हटने के चलते सोमवार सुबह के समय एक ऑल्टो कार बजरी पर चढ़ी और फिसलकर पलट गई। एक के बाद एक छह कार आपस में टकराती चली गईं। हादसे में ऑल्टो कार सवार संजय घायल हो गए। वह गोविंदपुरी दिल्ली के रहने वाले हैं। संजय को ग्रेटर नोएडा के कैलाश अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। संजय गलगोटिया यूनिवर्सिटी में शिक्षक हैं।छात्र हो रहे शिकार22 फरवरी : पंजाब के पठानकोट का रहने वाला शारदा यूनिवर्सिटी में बीटेक द्वितीय वर्ष का छात्र पारस अहलुवालिया हादसे का शिकार हुआ, मौत।22 फरवरी : एमिटी विश्वविद्यालय के छात्र कार्तिक की एक्सप्रेस वे के सर्विस रोड पर कार पलटने से मौत, साथी घायल। 13 जनवरी : कांग्रेस नेता पीतांबर शर्मा के बेटे की नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर हादसे में मौत हो गई थी।----मुझे इस बारे में जानकारी मिली है। एक्सप्रेस वे से बजरी हटवा दी गई है। ठेकेदार की लापरवाही की जांच का आदेश दे दिया गया है। उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।दीपक अग्रवाल, सीईओ, नोएडा-ग्रेटर नोएडा

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