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अगले माह से चार नियमों को तोड़ने पर कैमरों से चालान होंगे

दुर्घटनाग्रस्त चौराहों पर सड़क हादसे रोकने के लिए कैमरों की मदद से नियम तोड़ने वालों के चालान किए जाएंगे। इन जगह मुख्य रूप से लाल बत्ती जंप, तेज रफ्तार, बिना हेलमेट और विपरीत दिशा का नियम तोड़ने वाले...

अगले माह से चार नियमों को तोड़ने पर कैमरों से चालान होंगे
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 24 May 2017 09:22 PM
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दुर्घटनाग्रस्त चौराहों पर सड़क हादसे रोकने के लिए कैमरों की मदद से नियम तोड़ने वालों के चालान किए जाएंगे। इन जगह मुख्य रूप से लाल बत्ती जंप, तेज रफ्तार, बिना हेलमेट और विपरीत दिशा का नियम तोड़ने वाले वाहनों के चालान किए जाएंगे। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर नोएडा में चार-पांच चौराहों पर कैमरे लगाने की योजना तैयार की जा रही है। अभी इन स्थानों को चिन्हित किया जा रहा है।

अधिकारियों का कहना है कि सेक्टर-71 चौराहा, सेक्टर-57 चौराहा, सेक्टर-1 गोलचक्कर, सेक्टर-27 अट्टा पीर, सेक्टर-31-25, सेक्टर-39 डिग्री कॉलेज तिराहा आदि जगह कैमरे लगाने के लिए सर्वे किया जा रहा है। योजना सफल होने पर शहर में बाकी जगह कैमरे लगाए जाएंगे।

जिलाधिकारी बीएन सिंह ने बताया कि जेपी समूह सीएसआर के तहत पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर कुछ जगह कैमरे लगाएगा और सॉफ्टवेयर तैयार करेगा। कैमरों के लिए एक मॉनीटीरिंग रूम भी बनाया जाएगा। जल्द ही स्थानों को चिन्हित कर लिया जाएगा। चारों नियमों में से किसी का एक बार भी नियम तोड़ने पर डीएल तीन महीने के लिए जब्त किया जाएगा। नियम तोड़कर भागने वालों के घर चालान भेजे जाएंगे। उन्होंने बताया कि कैमरों की मदद से नियमों का उल्लंघन करने वालों के साथ जाम की समस्या दूर करने और अपराधिक वारदातों पर भी अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।अभी शहर में कहीं भी कैमरों से चालान नहींअभी कैमरों की मदद से नोएडा-ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस वे पर ही चालान होते हैं। बाकी शहर में कहीं नहीं होते हैं।

पहले योजना हो चुकी है फेल

कैमरों की मदद से चालान करने की योजना पहले भी तैयार की गई थी। इसके लिए पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर करीब दो साल पहले एक कंपनी ने सेक्टर-6 संदीप पेपर मिल चौराहे पर कैमरे लगाए थे, लेकिन कैमरों की गुणवत्ता व अन्य कमियों के चलते यह योजना आगे नहीं बढ़ सकी। इसी तरह सेक्टर-57 चौराहे पर लगाए गए कैमरों का प्रयोग करना शुरू नहीं किया गया। इससे पहले करीब सात साल पहले सेक्टर-31-25 चौराहे पर भी कैमरे लगाकर घर चालान भेजने शुरू किए गए थे।

सिटी सर्विलांस योजना कागजों में

पूरे शहर में कैमरे लगाने के लिए शासन की करीब डेढ़ साल से योजना फाइलों में चल रही है। इससे पहले नोएडा प्राधिकरण ने भी कैमरे लगाने की योजना तैयार की थी। शासन और नोएडा प्राधिकरण, दोनों की योजनाएं अभी बंद पड़ी हुई हैं।

एक्सप्रेस वे पर सीट बेल्ट व मोबाइल के चालान भी जल्द

एसपी यातायात अनिल झा ने बताया कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर सीट बेल्ट न बांधने और मोबाइल फोन पर बातें करते हुए वाहन चलाने वालों के लिए भी चालान शुरू किए जाएंगे। यह व्यवस्था जल्द लागू हो जाएगी। अभी यहां सिर्फ तेज रफ्तार का नियम तोड़ने वालों के ही चालान किए जाते हैं।

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