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Hindi Newsफरीबाद व पलवल में खिलाडि़यों की संख्या : चार सौ जिले में कुल कोच : 13

फरीबाद व पलवल में खिलाडि़यों की संख्या : चार सौ जिले में कुल कोच : 13

कैंसर के मरीजों में एक चौथाई मरीज अकेले मुंह व गले के कैंसर वाले होते हैं। खास बात यह है कि युवाओं को इसने तेजी से गिरफ्त में लिया है। ऐसे कैंसर के मरीजों की औसत उम्र भी 55 से घटकर 35 साल हो गई है।...

फरीबाद व पलवल में खिलाडि़यों की संख्या : चार सौ जिले में कुल कोच : 13
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 25 Jul 2015 08:51 PM
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कैंसर के मरीजों में एक चौथाई मरीज अकेले मुंह व गले के कैंसर वाले होते हैं। खास बात यह है कि युवाओं को इसने तेजी से गिरफ्त में लिया है। ऐसे कैंसर के मरीजों की औसत उम्र भी 55 से घटकर 35 साल हो गई है। यह जानकारी एम्स के विशेषज्ञों ने दी। सोमवार को अंतरराष्ट्रीय सिर व गले का कैंसर दिवस है।
डॉक्टरों ने कैंसर के लिए पांच एस स्मोकिंग, स्प्रट्सि, स्पाइस, शार्प टीट्स और स्मोकलेस तंबाकू को जिम्मेदार बताया।

नाक, कान व गला रोग विभाग के प्राध्यापक डॉक्टर आलोक ठक्कर ने बताया कि करीब 25 साल पहले इस तरह के कैंसर मरीजों की आयु 55 से 60 साल थी। तंबाकू उत्पादों पर तमाम तरह के बैन होने के बावजूद इन तक आसान पहुंच कैंसर तेजी से बढ़ा रही है। सहायक प्राध्यापक डॉक्टर कपिल सिक्का ने बताया कि ज्यादातर मरीजों को बहुत देर में कैंसर होने की जानकारी मिल पाती है।

मुह के कैंसर में, अरबों कोशिकाएं बनने के बाद मुंह में थोड़ी सूजन आती है। इस स्थिति में इलाज बेहद जटिल हो जाता है। ट्यूमर बड़ा होने पर आधुनिक तकनीक भी काम नहीं करतीं। अगले 15 से 20 सालों में मामले और तेजी से बढ़ने के आसार हैं। अक्सर लोग धूम्रपान छोड़ने के बाद तंबाकू मसाला खाने लगते हैं लेकिन यह भी उतना ही खतरनाक है।

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