गुड़गांवः ज्वाइंट सीपी ट्रैफिक भारती अरोड़ा का ट्रांसफर
हरियाणा सरकार ने गुड़गांव की ज्वाइंट सीपी ट्रैफिक भारती अरोड़ा का ट्रांसफर कर दिया है। उनको वेलफेयर विभाग का डीआईजी बनाया गया है। एक रेप केस मामले की जांच को लेकर उन्होंने...
हरियाणा सरकार ने गुड़गांव की ज्वाइंट सीपी ट्रैफिक भारती अरोड़ा का ट्रांसफर कर दिया है। उनको वेलफेयर विभाग का डीआईजी बनाया गया है।
एक रेप केस मामले की जांच को लेकर उन्होंने पुलिस कमीश्नर नवदीप सिंह विर्क पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। जिस पर एक जांच कमेटी का गठन किया गया था, उसकी रिपोर्ट डीजीपी यशपाल सिंह ने हरियाणा सरकार को सौंप दी है।
भारती ने कुछ दिनों पहले डीजीपी सिंह को पत्र लिखकर कहा था कि पुलिस कमीश्नर एक रेप केस के जांच में उन पर अनावश्यक दबाव डाल रहे हैं और उनको मानसिक तौर पर प्रताडि़त कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि विर्क उनके करियर को प्रभावित कर सकते हैं, हालांकि विर्क ने इन आरोपों को गलत बताया था।
भारती ने पत्र लिखकर की थी हस्तक्ष्ोप की मांग
भारती का दावा है कि डीजीपी कार्यालय ने रेप के एक मामले की जांच का जिम्मा उनको सौंपा था। उस मामले में ही कमिश्नर विर्क उनको मानसिक तौर पर प्रताडि़त कर रहे हैं। इतना ही नहीं, वे निर्दोष लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनावश्यक दबाव डाल रहे हैं। उन्होंने अपनी चिट्ठी में डीजीपी से इस मामले में तत्काल दखल देने का निवेदन किया था।
वहीं, कमीश्नर विर्क का कहना था कि उनको ऐसे किसी भी शिकायत की जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि रेप पीडि़ता का आरोप है कि भारती ने उसके साथ बदसलूकी की और वह आरोपी अजय भारद्वाज की मदद कर रही हैं क्योंकि वह अजय की बहन को जानती हैं। विर्क का कहना था कि जब पीडि़ता के आरोपों की जांच की गई तो बात सही निकली। इस मामले में कार्रवाई करने के लिए डीजीपी को विशेष रिपोर्ट भेजी गई है।
गौरतलब है कि पीडि़ता की शिकायत पर अजय के खिलाफ रेप मामले की जांच का जिम्मा भारती को दिया गया। भारती का कहना था कि जब पीडि़ता के अरोप गलत साबित हो गए तो विर्क ने अजय पर एक दो चार्ज लगाने का दबाव डाला। लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीं हुईं तो उनको प्रताडि़त किया जाने लगा।