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जसोला लालबत्ती से लिफ्ट लेकर लूटी थी गाड़ीः छोड़कर भागे लुटेरे

दिल्ली जसोला लालबत्ती से लुटेरों ने एक ड्राइवर से जायलो गाड़ी में सवारी बनकर पहले लिफ्ट ली, फिर पिस्तौल के दम पर गाड़ी को लूट ड्राइवर को गाजियाबाद में राष्ट्रीय राजमार्ग-24 पर फेंककर फरार हो गए।...

जसोला लालबत्ती से लिफ्ट लेकर लूटी थी गाड़ीः छोड़कर भागे लुटेरे
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 21 May 2015 08:31 PM
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दिल्ली जसोला लालबत्ती से लुटेरों ने एक ड्राइवर से जायलो गाड़ी में सवारी बनकर पहले लिफ्ट ली, फिर पिस्तौल के दम पर गाड़ी को लूट ड्राइवर को गाजियाबाद में राष्ट्रीय राजमार्ग-24 पर फेंककर फरार हो गए।

बाद में गाड़ी में लगे जीपीएस(ग्लोबल पॉजेशनिंग सिस्टम) की मदद से मिली लोकेशन के आधार पर पुलिस ने लुटेरों का पीछा करना शुरू कर दिया। जिससे घबराकर लुटेरे जायलो को सूरजकुंड रोड पर छोड़कर फरार हो गए।

ड्राइवर नोएडा स्टाफ लेने जा रहा था: बल्लभगढ़ के बनियावाड़ा मौहल्ला निवासी पवन ने अपनी जायलो गाड़ी को नोएडा स्थित एक कंपनी के स्टाफ को फरीदाबाद से नोएडा लाने-ले जाने के लिए लगाया हुआ है। उनकी गाड़ी का ड्राइवर संजू बुधवार-गुरुवार रात को जायलो गाड़ी को लेकर कंपनी स्टाफ लेने नोएडा जा रहा था।

जब वह रात डेढ़ बजे दिल्ली में जसोला लालबत्ती पर पहुंचा तो चार युवकों ने उसकी गाड़ी में लिफ्ट ले ली। महामाया फ्लाईओवर पर चढ़ते ही गाड़ी में लिफ्ट लेकर बैठे युवकों ने ड्राइवर को पिस्तौल के दम पर बंधक बनाकर गाड़ी की पिछली सीट पर डाल लिया। वे उसे राष्ट्रीय राजमार्ग-24 पर फेंककर फरार हो गए। ड्राइवर ने वारदात की सूचना मालिक को दे दी।

जीपीएस की मदद से पल-पल की लोकेशन मिलती रही पुलिस को: ड्राइवर को फेंकने के बाद लुटेरे फरीदाबाद की सीमा में प्रवेश कर गए। साढ़े तीन बजे गाड़ी की लोकेशन सेक्टर-28 में मिली। उसके बाद लुटेरे बाटा पुल, जवाहर कॉलोनी और फिर गुड़गांव रोड पर पहुंच गए। करीब साढ़े पांच बजे सूरजकुंड रोड पर पहुंच गए।

पुलिस की विभिन्न पीसीआर और सीआईए एनआईटी बदमाशों का पीछा करती रही। पुलिस से घिरा पाकर लुटेरे जायलो गाड़ी को एमआर डीम्ड यूनिवर्सिटी के पास पलटकर फरार हो गए। पलटने से गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। सेक्टर-46 पुलिस चौकी इंचार्ज रामनिवास ने बताया कि गाड़ी को दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया।

जीपीएस की मदद से गाड़ी की लोकेशन मिलती रही। जीपीएस न होता तो गाड़ी बरामद नहीं हो पाती। उन्होंने बताया कि गाड़ी से दो लुटेरे निकलकर पहाड़ी में घुसकर गुम हो गए। जबकि ड्राइवर ने लुटेरों की संख्या चार बताई थी।

जीपीएस की मदद से बंद भी हो सकती है कार

गाड़ी मालिक पवन ने बताया कि जीपीएस की मदद से सिर्फ गाड़ी की लोकेशन ही नहीं मिलती है। बल्कि दूर बैठे हुए चलती गाड़ी को बंद भी किया जा सकता है। गाड़ियों को लुटेरो और चोरों से बचाने में जीपीएस की बड़ी भूमिका है।

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