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कोटला स्थानांतरित हो सकता है टी-20 विश्व कप सेमीफाइनल मैच

फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में होने वाले टी-20 विश्व कप क्रिकेट के सेमीफाइनल मैच यहां से किसी अन्य स्टेडियम में स्थानांतरित हो सकता है। हाईकोर्ट ने डीडीसीए को इस स्टेडियम में मैच आयोजन कराने की अनुमति...

कोटला स्थानांतरित हो सकता है टी-20 विश्व कप सेमीफाइनल मैच
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 22 Mar 2016 08:55 PM
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फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में होने वाले टी-20 विश्व कप क्रिकेट के सेमीफाइनल मैच यहां से किसी अन्य स्टेडियम में स्थानांतरित हो सकता है। हाईकोर्ट ने डीडीसीए को इस स्टेडियम में मैच आयोजन कराने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। हाईकोर्ट ने कहा है कि डीडीसीए चाहे तो स्टेडियम के आर.पी. मेहरा ब्लॉक का इस्तेमाल किए बगैर मैच आयोजित कर सकती है।

जस्टिस एस. मुरालीधर और विभू बाखरू की पीठ ने डीडीसीए से कहा कि आर.पी. मेहरा ब्लॉक (ओल्ड हाउस क्लब) के निर्माण पूरा होने का प्रमाण पत्र नहीं मिलने के बारे में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद जो कह रहा है उसे वह नियंत्रित नहीं कर सकते। पीठ ने यह टिप्पणी तब की जब डीडीसीए ने कहा कि यदि अनुमति नहीं मिली तो टी20 का सेमीफाइनल का मेजबानी उससे छीन सकता है।

हाईकोर्ट ने कहा कि आप इस बारे में आईसीसी से बात कीजिए और उनको मनाइए, हम (कोर्ट) इसमें कुछ भी नहीं कर सकती है। डीडीसीए ने पीठ को बताया कि जस्टिस मुकुल मुद्गल समिति ने हाईकोर्ट ने डीडीसीए के कामकाज की निगरानी करने 2000 दर्शकों की क्षमता वाले आर.पी. मेहरा ब्लॉक की टिकटें बेचने पर रोक लगा दी है और इसका इस्तेमाल प्रसारणकर्ताओं और मीडिया के लिए करने का निर्देश दिया था। साथ ही कहा है कि जस्टिस मुद्गल के इस निर्देश के बाद आईसीसी ने साफ कहा है कि स्टेडियम का कोई हिस्सा खाली होने पर मैच को कहीं और स्थानांतरित किया जा सकता है। जस्टिस मुद्गल को हाईकोर्ट ने डीडीसीए के कामकाज की निगरानी करने के लिए नियुक्त किया है।

इसके बाद हाईकोर्ट ने डीडीसीए से साफ कर दिया कि सभी संबंधित प्राधिकारों से मंजूरी मिले बगैर मैच कराने की अनुमति नहीं दी जा सकती है जैसा कि पहले ही आदेश में कहा जा चुका है। हाईकोर्ट के इस रूख के बाद डीडीसीए ने अपनी अर्जी वापस ले ली है।

क्या है विवाद
फिरोजशाह कोटला स्टेडियम का आर.पी. मेहरा ब्लॉक संरक्षित धरोहर के100 मीटर के दायरे में है। इस वजह से इसके निर्माण पूरा होने और इस्तेमाल के लिए नगर निगम ने कब्जा प्रमाण पत्र नहीं दिया है। जबकि 7 मार्च को दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने डीडीसीए को स्टेडियम के अन्य हिस्सों का निर्माण पूरा होने और इस्तेमाल के लिए कब्जा प्रमाण पत्र जारी कर दिया था।

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