लिंग परीक्षण करते हुए दिल्ली में काबू किया डॉक्टर को
फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवार को दिल्ली के एक अस्पताल में लिंग परीक्षण करते हुए डॉक्टर को रंगेहाथ धर दबोचा। मौके पर मौजूद दिल्ली प्रशासन के अधिकारियों ने अस्पताल को सील कर दिया। दिल्ली...
फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवार को दिल्ली के एक अस्पताल में लिंग परीक्षण करते हुए डॉक्टर को रंगेहाथ धर दबोचा। मौके पर मौजूद दिल्ली प्रशासन के अधिकारियों ने अस्पताल को सील कर दिया। दिल्ली प्रशासन आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने में जुटा है।
सीएमओ गुलशन अरोडम ने बताया कि फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग को काफी दिनों से शिकायत मिल रही थी कि जिले की गर्भवती महिलाओं को लिंग परीक्षण के लिए दलालों के माध्यम से दिल्ली ले जाया जाता है, जहां महिलाओं का लिंग परीक्षण और गर्भपात कराया जाता है।
इस सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम काफी दिनों से काम कर रही थी। सोमवार को डिप्टी सीएमओ डॉ. अनूप, डॉ. शशीबाला, डॉ. रामभगत आदि के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया और प्री-नेटल डायग्नोस्टिक एक्ट (पीएनडीटी) के तहत टीम कार्रवाई के लिए दिल्ली रवाना हो गई।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग और वहां के प्रशासनिक अधिकारियों को भी इस गोरखधंधे की जानकारी दी गई। टीम ने एक कर्मचारी को नकली ग्राहक बनाकर टीगरी गांव स्थित बालकिशन अस्पताल में भेजा। वहां डॉक्टर से लिंग परीक्षण के लिए बातचीत की। करीब दस हजार रुपये में मामला तय हुआ।
जब डॉक्टर ने लिंग परीक्षण करना शुरु किया। उसी समय उसे रंगेहाथ पकडम् लिया। वहीं से दिए गए रुपये भी बरामद हो गए। दिल्ली प्रशासन के एसडीएम ने अस्पताल को सील कर दिया है। फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग ने दोषी डॉक्टर के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करने की सिफारिश की है।
गिरते लिंगानुपात को सुधारने के लिए इन दिनों सिविल सर्जन के नेतृत्व में अल्ट्रासाउंट केंद्रों पर छापामारी का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पीएनडीटी एक्ट की इंचार्ज डॉ. शशी बाला का कहना है कि पीएनडीटी एक्ट की धारा 27 के तहत सजा का प्रावधान है।