स्वाति मालीवाल का खुलासा,विदेशी महिलाओं के निजी अंगों की होती है जांच
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भिक्षुगृह में रहने वाली महिलाओं को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है। आयोग की ओर से दिल्ली सरकार को भेजी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि यहां लाई जाने...
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भिक्षुगृह में रहने वाली महिलाओं को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है। आयोग की ओर से दिल्ली सरकार को भेजी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि यहां लाई जाने वाली विदेशी महिलाओं के निजी अंगों की जांच स्टाफ करता है।
4 जनवरी और 8 फरवरी को किया था औचक निरीक्षण :4 जनवरी की रात और फिर 8 फरवरी किए औचक निरीक्षण में मालीवाल ने बताया कि निर्मल छाया कॉम्पलेक्स स्थित भिक्षुगृह (बैगर होम) में महिलाओं को कपड़े बदलने के लिए नहीं दिए जाते।
उज्बेक महिला को 22 दिन से कपड़े नहीं दिए :उज्बेक की महिला को 22 दिन से कपड़े नहीं दिए गए हैं, जबकि केन्या की महिला को 12 दिन से कपड़े नहीं नहीं दिए गए हैं। इसके साथ ही सोने के लिए भी गद्दे नहीं दिए जाते हैं।
निर्मल छाया कॉम्प्लेक्स स्थित भिक्षुगृह में बहुत कमियां हैं। उनके सुधार की जरूरत है। यहां मानवाधिकारों का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है।- स्वाति मालीवाल, अध्यक्ष, दिल्ली महिला आयोग
स्वाति की सिफारिशें
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आशा किरण होम और भिक्षुगृह की खस्ताहालत पर दिल्ली सरकार को ये सिफारिशें भेजी हैं।
- अफसरों पर सख्त कार्रवाई की जाए
- रोगियों से खाना बनवाना बंद करवाएं
- शिकायतों की नियमावली बनाई जाए
- बीमार और गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष इंतजाम किए जाएं
- डॉक्टर बढ़ाएं और स्टाफ तैनात करें
विभाग से नाराजगी
स्वाति ने मुख्यमंत्री को भेजी अपनी सिफारिशों में समाज कल्याण विभाग के अड़ियल और लापरवाह रवैये की भी शिकायत की है। स्वाति ने कहा कि आयोग के निरीक्षण के बाद जब विभाग से जवाब मांगा गया तो विभाग ने कई बार लिखा भी कि उसके कर्मचारी विदेशी नागरिकों को रखने में अक्षम हैं। इसलिए एक अलग डिटेंशन सेंटर में विदेशी नागरिकों (महिलाओं) को रखना चाहिए।
पहले भी किए दौरे
5 फरवरी को स्वाति ने आशा किरण होम में औचक निरीक्षण के बाद खुलासा किया था कि वहां सीसीटीवी में अश्लील फुटेज कैद हो रहे हैं और इनकी निगरानी यहां के पुरुष स्टाफ कर रहे हैं। इसके बाद स्वाति ने आशा ज्योति होम के औचक दौरे के बाद कहा था कि वहां रह रहीं महिलाओं को नहाने के लिए काफी देर तक निर्वस्त्र कतार में लगना पड़ता है, जो अमानवीय है।