सीरियल ब्लास्ट 2005: ..वरना राख हो गया होता सरोजनी नगर मार्केट
2005 में राजधानी के विभिन्न इलाकों में हुए सीरियल बम ब्लास्ट में 11 साल बाद आज फैसला सुनाया जाएगा। पटियाला हाउस कोर्ट स्थित अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश रितेश सिंह गुरुवार को अपना फैसला देंगे। ब्लास्ट में...
2005 में राजधानी के विभिन्न इलाकों में हुए सीरियल बम ब्लास्ट में 11 साल बाद आज फैसला सुनाया जाएगा। पटियाला हाउस कोर्ट स्थित अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश रितेश सिंह गुरुवार को अपना फैसला देंगे। ब्लास्ट में घायल हुए लोगों के जेहान में आज भी उस भीषण हादसे की भयाभय यादें जिंदा हैं।
इसे हादसे को करीब से देखने वाले सरोजनी नगर मिनी मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक रंधावा ने उस दिन एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे उस दिन सरोजनी नगर मार्केट राख होने से बच गया।
अशोक रंधावा बताते हैं कि धनतेरस के दिन हुए इन धमाकों में पूरा बाजार तबाह हो जाता अगर पटरियों पर लगीं बम-पटाखों की दुकानों को न हटाया गया होता। सरोजनी नगर में कपड़ों की दुकान चलाने वाले प्रेम गोयल उस दौर को याद करते हैं तो उनकी आंखों में खौफ उतर आता है।
कहते हैं, उनकी दुकान धू-धू कर जलती रही। देखते ही देखते आग ने कई दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। थोड़ी ही देर में पूरा इलाका चीखों से चीत्कार उठा।
मैप में देखिए दिल्ली में 2005 में हुए ब्लास्ट की जगहें-