पूजा की मुंहबोली भाभी और दोस्त बने इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी की वजह
मृतक पत्रकार पूजा तिवारी की मुंह बोली भाभी के दावे और उसके सहपाठी द्वारा जारी की गई ऑडियो क्लिप के वायरल होने की वजह से ही मृतक के माता-पिता के सामने इंस्पेक्टर की सारी सच्चाई सामने आ सकी थी। इससे...
मृतक पत्रकार पूजा तिवारी की मुंह बोली भाभी के दावे और उसके सहपाठी द्वारा जारी की गई ऑडियो क्लिप के वायरल होने की वजह से ही मृतक के माता-पिता के सामने इंस्पेक्टर की सारी सच्चाई सामने आ सकी थी। इससे पहले मृतक का परिवार आरोपी इंस्पेक्टर को पूजा के मुंहबोले भाई के तौर पर जानते थे।
मृतक के इंदौर निवासी पिता रवि तिवारी ने पुलिस को बयान दिया है कि वह इंस्पेक्टर अमित पर बहुत विश्वास करते थे। इंस्पेक्टर अमित ने उनके साथ विश्वासघात किया है। उन्हें पूजा और आरोपी इंस्पेक्टर के रिश्ते की भनक नहीं थी।
मृतक पत्रकार पूजा तिवारी के साथ पत्रकारिता का कोर्स करने वाले लखनऊ निवासी भरत ने पूजा की मौत के बाद एक ऑडियो क्लिप जारी किया था।
इस ऑडियो क्लिप में इंस्पेक्टर अमित वंकी नामक युवक से मिलने के लिए पूजा से बार-बार सवाल कर रहा है कि वह वंकी से मिली थी या नहीं। इसी ऑडियो क्लिप ने पूजा की मौत के मामले में इंस्पेक्टर की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए थे। वहीं मुंहबोली भाभी टाउन नंबर-पांच निवासी ऊषा भाटिया ने इंस्पेक्टर अमित और पूजा की कथित शादी का खुलासा कर सनसनी फैला दी थी।
ये है सुसाइड नोट का सारांश: सुसाइड नोट चार पेज का है। इसे पूजा ने अपने माता-पिता को संबोधित करते हुए लिखा है। पूजा ने लिखा है कि मुझमें अब लड़ने की हिम्मत नहीं है। मैं थक चुकी हूं। अपने प्रोफेशन में कुछ गलत नहीं किया। मैं सही हूं। मैंने एक स्टिंग ऑपरेशन किया था। कोई किसी का साथ नहीं देता है। पैसा और प्रभाव बोलता है। फरीदाबाद की पुलिस और मीडिया ने मेरा साथ नहीं दिया। फरीदाबाद की मीडिया बिकाऊ है। उसकी मौत के लिए डॉक्टर अनिल गोयल,अर्चना गोयल, सौरभ भारद्वाज और वे सारे मीडियाकर्मी जिम्मेदार हैं। जिन्होंने मुझे बिकाऊ समझा और मेरे खिलाफ गलत खबरें चलाईं। कंपनी ने भी मुझे सस्पेंड कर दिया है। मेरे माता-पिता को परेशान न किया जाए। सभी पर सख्त कार्रवाई हो। मैं गलत नहीं हूं। गंद से लड़ते-लड़ते थक गई हूं।
सुसाइड नोट पर भी उठे सवाल: सुसाइड नोट को रोमन भाषा में लिखा गया है। इसे नीले और काले पैन से लिखा गया है। सुसाइड नोट का घटना वाले दिन पुलिस को न मिलना और अब पुलिस को सौंपा जाना ही सुसाइड नोट की वैधता पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। वहीं पूजा अंग्रेजी समाचार पत्र के वेबपोर्टल में नौकरी करती थी। ऐसे में उससे सुसाइड नोट अंग्रेजी में लिखने की उम्मीद की जाती है। लेकिन सुसाइड नोट रोमन में लिखा हुआ है। वहीं एक शब्द हिंदी में भी लिखा है।
सुसाइड नोट की फॉरेंसिक जांच होगी: डीसीपी एनआईटी पूर्णचंद पंवार ने बताया कि पूजा के भाई सौरभ से पूजा की लिखाई का दस्तावेज ले लिया है। सुसाइड नोट की लिखाई से मिलान करने के लिए इस दस्तावेज को भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि पूजा और इंस्पेक्टर लिव-इन रिलेशनशिप में थे। अभी तक शादी का सबूत नहीं मिला है। फोटो और टैब को कब्जे में लेकर जांच की जा रही है। आरोपी इंस्पेक्टर को आत्महत्या के लिए विवश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
इंस्पेक्टर के परिचित का है फ्लैट: सेक्टर-46 की सदभावना सोसाइटी का फ्लैट कृष्ण कुमार की पत्नी के नाम है। कृष्ण कुमार इंस्पेक्टर अमित का परिचित है। सोसाइटी में लोगों ने बताया कि कृष्ण कुमार के फ्लैट में पूजा तिवारी, अमरीन और अमित घटना से 10-12 दिन पहले ही रहने आए थे।
'वह पूजा का सिर्फ दोस्त था। पूजा की मौत में उसकी कोई भूमिका नहीं है। उसे साजिश के तहत फंसाया गया है। पूजा एफआईआर दर्ज होने से परेशान थी'
अमित कुमार, आरोपी इंस्पेक्टर