मानक से छह गुना बढ़ा प्रदूषण, सांस के मरीज भी बढ़े
नोएडा में प्रदूषण में दिवाली के बाद से चंद दिनों की राहत के बाद फिर प्रदूषण बढ़ गया है। बुधवार को प्रदूषण में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। आने वाले दिनों में हवा की गति सामान्य रहने के कारण प्रदूषण में राहत...
नोएडा में प्रदूषण में दिवाली के बाद से चंद दिनों की राहत के बाद फिर प्रदूषण बढ़ गया है। बुधवार को प्रदूषण में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। आने वाले दिनों में हवा की गति सामान्य रहने के कारण प्रदूषण में राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
दिवाली के बाद वातावरण में धूल के कण खतरनाक स्तर पर चल रहे हैं। बुधवार को पीएम-10 और पीएम-2.5 का स्तर 387 और 333 माइक्रोन प्रति घन मीटर से ज्यादा रहा। सामान्य से यह छह गुना ज्यादा है।
दिवाली पर पीएम 10 का स्तर 827 माइक्रोन तथा पीएम 2.5 का स्तर 580 माइक्रोन तक पहुंच गया था। सेक्टर-62 स्थित राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक हवा की गति में तेजी आने पर ही धूल के कणों से राहत मिलती है। पिछले कई दिनों से तापमान में गिरावट आने के कारण आद्र्रता बढ़ गई है। इसकी वजह से कोहरा है। तापमान में बढ़ोतरी होेने के बाद कोहरा कम हो जाएगा।
हवा की गति(किलोमीटर प्रति घंटा)
दिन गति
बुधवार 15
गुरुवार 8
शुक्रवार 16
शनिवार 13
नहीं कम हो रहा प्रदूषण
तत्व 30 नवंबर 27 नवंबर मानक
पीएम10 387 185 60-100
पीएम 2.5 333 125 40-60
एनओ2 42 44 40-80
सीओ 59 59 2-4
ओ3 58 64 100-180
(नोट-धूल के कण माइक्रोन प्रति घन मीटर हंै)
पीएम2.5
हवा में धूल के कण फेफड़े के अंदरूनी हिस्से तक पहुंच जाते हैं। इनका आकार 2.5 माइक्रोन प्रति घन मीटर होता है। इससे व्यक्ति को श्वास संबंधी बीमारियां होती हैं।
पीएम-10
पीएम-10 के कण मुहं और नाक के जरिए फेफड़ों व सांस की नली में जम जाते हैं। जो सेहत के लिए खतरनाक है। इससे सांस संबंधी बीमारियां हो रही हैं। एनसीआर में चल रहे निर्माण कार्यों के चलते पीएम-10 का स्तर अधिक रहता है।
दो दिनों से बढ़े सांस के मरीज
दो दिनों से सांस रोगियों की संख्या बढ़ गई है। राहत की बात यह रही कि कोई भी गंभीर मरीज इलाज के लिए नहीं आया। स्मॉग की स्थिति में मरीजों की संख्या और भी बढ़ेगी।
शहर के विभिन्न अस्पतालों में मंगलवार व बुधवार को सांस के 20 प्रतिशत मरीज अधिक आए। जिला अस्पताल में 65 सांस के मरीज इलाज के लिए आए। वहीं दो निजी अस्पतालों में ऐसे मरीजों की संख्या 175 से अधिक थी। डॉक्टरों के अनुसार धुंध व स्मॉग के दौरान सांस रोगियों को एहतियात बरतने की जरूरत है।
सांस रोगी बरतें एहतियात
- -स्मॉग के समय सुबह टहलने न जाएं
- -मौसम साफ होने पर ही व्यायाम करें
- -धुंध के दौरान भी सुबह बाहर जाने से परहेज करें
- -स्मॉग होने की स्थिति में मास्क का उपयोग करें
- -डॉक्टरों के परामर्श के अनुसार इनहेलर का उपयोग करें