प्री कास्ट तकनीक से बनेंगे स्मार्ट बस शेल्टर
नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) की सिटी बसों के लिए शहर में बनने वाले स्मार्ट बस शेल्टरों का निर्माण प्री-कास्ट तकनीक से किया जाएगा। इससे बस शेल्टर का निर्माण निर्धारित छह माह की अवधि से पहले...
नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) की सिटी बसों के लिए शहर में बनने वाले स्मार्ट बस शेल्टरों का निर्माण प्री-कास्ट तकनीक से किया जाएगा। इससे बस शेल्टर का निर्माण निर्धारित छह माह की अवधि से पहले हो सकेगा। प्राधिकरण अब बस शेल्टर का निर्माण अपने खर्च पर तीन हिस्सों में कराएगा। तीन हिस्सों में 190 बस शेल्टर बनाने पर लगभग 31 करोड़ रुपये खर्च होंगे। दो हिस्सों में 120 बस शेल्टर निर्माण की निविदा जारी हो गई है। तीसरे हिस्से की निविदा भी जल्द जारी की जाएगी।
स्मार्ट बस शेल्टर निर्माण के लिए नोएडा प्राधिकरण पहले ही आईआईटी दिल्ली से बजट मंजूर करा चुका है। ये बस शेल्टर ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) से लैस अत्याधुनिक बस शेल्टर होंगे। इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) के तहत यहां लोगों को डिजिटल डिसप्ले बोर्ड के जरिए बसों की विस्तृत समय सारणी व अन्य जानकारी उपलब्ध होगी। बस शेल्टर बनने के बाद उसके रख-रखाव व संचालन के लिए प्राधिकरण निजी कंपनी से अनुबंध कर सकती है। बस शेल्टर का निर्माण तीन माह में शुरू कर, छह माह में पूरा करने की समय सीमा निर्धारित की गई है।
पुराने बस शेल्टर की भी बदलेगी सूरत
स्मार्ट बस शेल्टर बनने के बाद प्राधिकरण मौजूदा 51 बस शेल्टरों को भी इसी तरह से अत्याधुनिक करेगा। सभी बस शेल्टर पर 24 घंटे पावर बैकअप होगा। बिजली कटने पर भी बस शेल्टर का डिजिटल डिसप्ले बोर्ड समेत पूरा सिस्टम काम करेगा।
पहले बीओटी सिस्टम से बनाने की थी योजना
प्राधिकरण पहले बीओटी सिस्टम के तहत स्मार्ट बस शेल्टर बनवाना चाहता था। बीओटी सिस्टम में प्राधिकरण को कोई रकम खर्च नहीं करनी पड़ती। निर्माण कंपनी पूरा खर्च उठाती। इसके बाद बस शेल्टर पर विज्ञापन के जरिए कमाई करती। निर्माण करने वाली कंपनी को ही 20 वर्ष तक इन बस शेल्टर की मरम्मत व संचालन करना था। हालांकि बीओटी सिस्टम के तहत बस शेल्टर के निर्माण की योजना कामयाब नहीं हुई। पूर्व में इस योजना के तहत जारी निविदा में प्राधिकरण को एक भी आवेदन प्राप्त नहीं हुआ था। इसके बाद प्राधिकरण ने खुद स्मार्ट बस शेल्टर के निर्माण का फैसला लिया।
शौचालय की भी होगी व्यवस्था
स्मार्ट बस शेल्टर पर लोगों के बैठने के साथ ही शौचालय की भी व्यवस्था होगी। प्राधिकरण 66 बस शेल्टरों पर यूरिनल (पेशाब घर) का निर्माण कराएगा। इसके अलावा जिन 30 बस शेल्टर के पास सीवर लाइन मौजूद हैं, वहां अत्याधुनिक शौचालय बनेंगे।
ये सुविधाएं होंगी
-शेल्टर पर आने वाली सभी बसों की समय सारिणी उपलब्ध होगी
-रेलवे व एयरपोर्ट की तरह बसों का वास्तविक व अनुमानित समय प्रदर्शित होगा
-प्रमुख जगहों का रूट मैप भी प्रदर्शित होगा
-रात के वक्त रोशनी से जगमगाएंगे बस शेल्टर
-आरओ युक्त पीने का पानी मिलेगा
-शौचालय व यूरिनल की व्यवस्था होगी
-बैठने के लिए होंगी आरामदायक कुर्सियां