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नोएडा: संविदा कर्मियों की हड़ताल से 1500 मरीज वापस लौटे

संविदा कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण बुधवार को जनपद के 11 शहरी स्वास्थ्य केंद्र की ओपीडी बंद रही। इससे 1500 मरीजों को परेशानी  का सामना करना पड़ा। स्वास्थ्य विभाग के संविदाकर्मी स्थायी...

नोएडा: संविदा कर्मियों की हड़ताल से 1500 मरीज वापस लौटे
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 07 Sep 2016 09:51 PM
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संविदा कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण बुधवार को जनपद के 11 शहरी स्वास्थ्य केंद्र की ओपीडी बंद रही। इससे 1500 मरीजों को परेशानी  का सामना करना पड़ा। स्वास्थ्य विभाग के संविदाकर्मी स्थायी कर्मचारियों के अनुसार सुविधा व वेतन देने की मांग कर रहे हैं। अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में भी काम प्रभावित रहा। आपातकालीन कार्यों को हड़ताल से अलग रखा गया है। बरौला, नया बांस, होशियारपुर,चिपियाना, सदरपुर, भंगेल, टिगरी, दादरी, सहित 11 शहरी स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिदिन करीब 1500 मरीज ओपीडी में इलाज के लिए आते हैं। हड़ताल के कारण इन स्वास्थ्य केंद्रों पर एक भी मरीज का इलाज नहीं किया गया। भंगेल व बरौला में डॉक्टरों के न होने पर मरीजों ने हंगामा भी किया।

आखिरकार मरीज जिला अस्पताल व निजी डॉक्टरों के पास इलाज के लिए गए। इन स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा बिसरख, भंगेल,बादलपुर, जेवर , दनकौर आदि सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी ओपीडी प्रभावित रही। इसका एक कारण इन स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सा अधीक्षक व प्रभारियों की बैठक थी। ऐसे में इन स्थानों पर इक्का दुक्का डॉक्टरों ने ही मरीजों की जांच की। वहीं नियमित टीकाकरण का काम भी प्रभावित रहा। संविदा पर 100 एएनएम टीकाकरण कार्यक्रम के लिए काम करती हैं। लैब टेक्निशियन के हड़ताल में शामिल होने के कारण करीब सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पैथोलॉजी जांच नहीं हुई। प्रदेश सरकार को जनपद से संबंधित आंकड़ें भी नहीं भेजे गए।

‘संविदाकर्मियों की हड़ताल को देखते हुए सीएचसी व पीएचसी के सभी डॉक्टरों को अतिरिक्त कार्य के लिए भी निर्देशित किया गया है। हड़ताल के दौरान मरीज सीएचसी व पीएचसी में जाकर इलाज करवा सकते हैं।’डॉ. विजय दीपक वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी


जिला अस्पताल में भी मरीजों को हुई दिक्कत
संविदा कर्मियों की हड़ताल के कारण जिला अस्पताल में भी मरीजों को परेशानी हुई। यहां आयुष विभाग के तहत तीन डॉक्टर कार्यरत हैं। बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद ये भी मरीजों की जांच कर रहे थे। इनके हड़ताल में शामिल होने के कारण 2500 मरीजों का बोझ चार फिजिशियन पर आया। इससे मरीजों की कतार दो बजे तक ओपीडी के सामने लगी रही। अस्पताल के कई लैब टेक्निशियन व नर्स भी हड़ताल में शामिल हुए। 

हड़ताल में शामिल डॉक्टर व अन्य कर्मचारियों की संख्या 
डॉक्टर : 40 (एमबीबीएस 11 व आयुष 29)
एएनएम : 102
फार्मासिस्ट : 11
स्टाफ नर्स : 28
डीपीएमयू : 12
ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक : 04
एलटी : 11
वार्ड ब्वाय : 33

सीएमओ कार्यालय पर दिया धरना
संविदाकमियों ने स्थायी कर्मचारी के अनुसार सुविधा देने, एचआर पॉलिसी लागू करने, समान काम समान वेतन आदि की मांग को लेकर सेक्टर-39 स्थित सीएमओ कार्यालय पर धरना दिया। इसमें करीब 300 लोग शामिल हुए। महिलाओं की संख्या अधिक थी। धरना में संविदा कर्मी समिति के अध्यक्ष विष्णु प्रभाकर, डॉ. विकास, अंबरीश कुमार, पारस कुमार, सहित कई लोग शामिल हुए। 

मरीजों ने कहा ‘इसमें हमारी क्या गलती’
बरौला शहरी स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज के लिए आए धर्मेंद्र को तीन से बुखार था। अब तक वह मेडिकल स्टोर से दवा खरीदकर खा रहे थे,  लेकिन मर्ज बढ़ने के बाद वह बरौला केंद्र पर इलाज के लिए आए थे। यहां इलाज नहीं मिलने पर उन्होंने कहा कि इसमें मरीजों की क्या गलती है। अगर हड़ताल है भी तो सरकार को वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए। पैर में लगी चोट को दिखाने आए नवाज ने बताया कि यहां कोई डॉक्टर नहीं है। पैर में चोट लगी हुई है अब मैं कहीं और दिखाने भी नहीं जा सकता।

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