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खट्टर मंत्रिमंडल का विस्तार, तीन नए कैबिनेट मंत्री बने

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपनी करीब 21 महीने पुरानी सरकार में शुक्रवार को दूसरी बार मंत्रिमंडल में विस्तार एवं फेरबदल किया। इसमें तीन नए मंत्रियों को शामिल किया गया जबकि दो मंत्रियों...

खट्टर मंत्रिमंडल का विस्तार, तीन नए कैबिनेट मंत्री बने
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 22 Jul 2016 09:52 PM
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हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपनी करीब 21 महीने पुरानी सरकार में शुक्रवार को दूसरी बार मंत्रिमंडल में विस्तार एवं फेरबदल किया। इसमें तीन नए मंत्रियों को शामिल किया गया जबकि दो मंत्रियों की छुट्टी कर दी गई। 

पहली बार जीते और मंत्री बने 
राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने मनीष ग्रोवर और विपुल गोयल को कैबिनेट मंत्री जबकि डॉ. बनवारीलाल को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। तीनों क्रमश: फरीदाबाद, रोहतक और बावल से पहली बार चुनाव जीतकर आए हैं। वहीं, दो मंत्रियों घनश्याम सर्राफ और बिक्रम ठेकेदार को हटा दिया गया है। 

निर्धारित संख्या के बराबर
अब मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या 14 हो गई है। इनमें नौ कैबिनेट मंत्री शामिल हैं। यह राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा में कुल निर्धारित संख्या के बराबर है। 

इसलिए मिला ताज
विपुल गोयल: राजनीति के मंजे हुए खिलाड़ी हैं। केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के मित्र हैं और उनके लिए पर्दे के पीछे रहकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं। खट्टर फरीदाबाद में डिजीटल रैली का आयोजन किए जाने के बाद से गोयल पर खासे मेहरबान हैं। 

मनीष ग्रोवर: मुख्यमंत्री के करीबी होने के साथ-साथ पंजाबी होने का लाभ मिला है। ग्रोवर ने संगठन में लंबे समय तक काम किया है। जाट लैंड में जीतकर आए हैं। भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं। 

डॉ. बनवारी लाल : बनवारी लाल की छवि एक साफ-सुथरे और ईमानदार नेता की है। वह राव इंद्रजीत के करीबी हैं। भाजपा के टिकट से लेकर उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल कराने तक इंद्रजीत की अहम भूमिका है।

इसलिए गिरी गाज
हरियाणा की खट्टर सरकार ने सत्ता में आने के बाद 24 जुलाई 2015 को मंत्रिमंडल में पहला विस्तार किया था। इसमें कृष्णलाल पंवार को कैबिनेट तथा घनश्याम सर्राफ और बिक्रम सिंह ठेकेदार को राज्यमंत्री बनाया गया था। इनमें सर्राफ तथा ठेकेदार का प्रदर्शन सही नहीं रहा। जनता और मुख्यमंत्री की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सके इसलिए दोनों की छुट्टी कर दी गई। 

प्रदर्शन के आधार पर पहली बार हटे मंत्री
हरियाणा की खट्टर सरकार में केंद्र की मोदी सरकार का असर दिख रहा है। हरियाणा में पहली बार प्रदर्शन के आधार पर मंत्रियों की उनके विभागों से छुट्टी की गई है। पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल ने राजनैतिक कारणों से तत्कालीन मंत्री सुष्मा स्वराज को कुछ समय के लिए मंत्रिमंडल से बाहर किया था। भजनलाल सरकार में भी राजनैतिक कारणों से ही मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह की छुट्टी की गई थी। राजनैतिक कारणों से बंसीलाल और चौटाला सरकार में भी कई मंत्री हटाए गए। लेकिन खट्टर ने घनश्याम सर्राफ और बिक्रम ठेकेदार को हटाकर कड़ा संदेश देने की कोशिश की है। 

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