गुड़गांव: विश्व कबड्डी विजेताओं का एयरपोर्ट पर स्वागत नहीं
9 साल बाद एक बार फिर भारत को कबड्डी में विश्व का सिरमौर बना रविवार को लौटने वाले खिलाड़ियों का स्वागत करने हरियाणा सरकार कोई नुमाइंदा नहीं पहुंचा। हालंकि14 सदस्यीय टीम में हरियाणा के कुल आठ खिलाड़ी इस...
9 साल बाद एक बार फिर भारत को कबड्डी में विश्व का सिरमौर बना रविवार को लौटने वाले खिलाड़ियों का स्वागत करने हरियाणा सरकार कोई नुमाइंदा नहीं पहुंचा। हालंकि14 सदस्यीय टीम में हरियाणा के कुल आठ खिलाड़ी इस विश्व विजेता टीम के हिस्से थे। रविवार की सुबह अहमदाबाद से जेट एयरवेज से 8.45 बजे अपने मुख्य कोच बलवान सिंह की अगुवाई में छह खिलाड़ी इंटरनेशनल एयरपोर्ट टर्मिनल थ्री पर उतरे तो सरकार का एक भी नुमाइंदा नहीं था।
क्रिकेट के प्रति दीवानगी किसी से छुपी नहीं है लेकिन पारम्परिक खेलों के प्रति सरकार का नजरिया अब भी नहीं बदला है। भारतीय टीम दो बार विश्वकप फाइनल में ईरान को 2004 में 55-27 और 2007 में 29-19 से हरा चुका है। दो बार की विश्व विजेता ईरान को धूल चढ़ाने वाले भारतीय खिलाड़ियों का सोसल मीडिया पर ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमिताभ बच्चन, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, खेल मंत्री अनिल गोयल समेत हर क्षेत्र की बड़ी हस्तियों ने बधाई दी। लेकिन 9 साल बाद कबड्डी का विश्व कप जीत इंदिरा गांधी हवाईअड्डे पर पहुंच कबड्डी खिलाड़ियों की सुरक्षा, उनके घर तक पहंुचाने और स्वागत की चिंता किसी ने नहीं दिखाई। विश्वकप में परचम फहराने वाली कबड्डी टीम में कप्तान अनूप कुमार गुड़गांव के पलड़ा गांव से उप कप्तान मंजीत छिल्लर झज्जर से, इसके अलावा सोनीपत के प्रदीप नरवाल, संदीप नरवाल, सुरजीत नरवाल, झज्जर से सुरेंद्र नाडा, दीपक हुड्डा रोहतक से, जसवीर सिंह पानीपत के निवासी हैं। इसके अलावा टीम में मोहित छिल्लर दिल्ली, नितिन तोमर उत्तर प्रदेश, राहुल चौधरी उत्तर प्रदेश, अजय ठाकुर हिमांचल, किरण परमार गुजरात, धर्मराज चेराथलन तमिलनाडु से थे। हरियाणा सरकार पुलिस विभाग में निरीक्षण के पद पर रेवाडी में तैनात कैप्टन कूल अनूप कुमार कोच समेत अन्य छह खिलाड़ियों के साथ एयरपोर्ट पर उतरे तो उनके स्वागत में परिवार के सदस्यों के अलावा हरियाणा सरकार या जिला खेल विभाग का भी कोई पदाधिकारी नहीं था। परिवार के सदस्यों द्वारा लाई गई गाड़ी से ही वे वापस घर लौटे।
और घर पर मॉ ने तिलक लगा किया स्वागत
अनूप गांव पहुंचे तो मॉ बल्लो देवी ने माथे पर तिलक लगा आरती उतार स्वागत किया। पत्नी सुषमा, 8 वर्षीय बेटा कुणाल, बड़ी बहन नीलम, भांजा मंदीप उर्फ प्रिंस, बडे़ भाई राजेश यादव, भाभी रोहणी और आस पड़ोस के लोगों ने अनूप का स्वागत किया। दिन भर रिश्तेदारों एवं परिचित घर पर बधाई देने आते रहे। लेकिन सरकारी महकमें से कोई नहीं पहुंचा। अनूप इस पर कोई टिप्पणी भी नहीं करना चाहते।
कबड्डी से सेवानिवृति का कोई इरादा नहीं: अनूप
अर्जुन अवार्डी अनूप कुमार ने कहा कि कबड्डी के किसी फार्मेट से सेवानिवृत होने का उनका कोई इरादा नहीं है। मीडिया को कुछ गलतफहमी हुई जिससे उन्होंने अंतरराष्ट्रीय कबड्डी से सन्यास की बात कही। मुझमे काफी खेल बचा है। मै हरियाणा और देश के लिए गौरव भरी उपलब्धियां देना चाहता हूं। मै यह जरूर चाहता हूं कि केंद्र और राज्य सरकार कबड्डी खिलाड़ियों को गांव के स्तर पर सुविधाएं उपलब्ध कराए ताकि ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ी राज्य और राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में हिस्सा ले।
नेहरु स्टेडियम में करेंगे सम्मान
“अनूप कुमार का स्वागत हम नेहरू स्टेडियम में करेंगे। हमें एयरपोर्ट और गांव आने की सूचना समय से नहीं मिल पाई थी। स्वागत समारोह में सभी को बुलाएंगे। अनूप और उनकी टीम ने गुड़गांव का हरियाणा और देश में मान बढ़ाया है।”धर्मेंद्र फौजी, संयोजक जिला कबड्डी एसोसिएशन गुड़गांव