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मेडिकल कॉलेज में भर्ती किए जाएंगे 61 डॉक्टर

कर्मचारी राज्य बीमा निगम चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में मार्च तक डॉक्टरों की कमी दूर हो जाएगी। सरकार ने इसमें विभिन्न रोग विशेषज्ञ के रूप में 61 डॉक्टरों को भर्ती करने का फैसला किया है। इसके...

मेडिकल कॉलेज में भर्ती किए जाएंगे 61 डॉक्टर
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 20 Jan 2017 09:01 PM
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कर्मचारी राज्य बीमा निगम चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में मार्च तक डॉक्टरों की कमी दूर हो जाएगी। सरकार ने इसमें विभिन्न रोग विशेषज्ञ के रूप में 61 डॉक्टरों को भर्ती करने का फैसला किया है। इसके लिए 25 जनवरी से साक्षात्कार शुरू किए जाएंगे। डॉक्टरों की नियुक्ति के बाद यहां सुविधाएं पहले से बेहतर हो जाएंगी। मरीजों को जिसका सीधा लाभ होगा।

एमसीआई के आदेश पर हो रही भर्ती
कर्मचारी राज्य बीमा निगम की ओर से चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल को वर्ष 2016 में दूसरा सत्र शुरू हो गया है। लेकिन मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) के नियम के अनुसार यहां विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं है। डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए 25 से 31 जनवरी तक साक्षात्कार का आयोजन किया जा रहा है। 25 जनवरी को सामान्य रोग विशेषज्ञ, बाल रोग, छाती, हड्डी रोग, नेत्र रोग, ईएनटी और बेहोशी के डॉक्टरों का साक्षात्कार आयोजित किया जा रहा है। 27 जनवरी को शल्य चिकित्सक, प्रसूति सहित कई विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती के लिए साक्षात्कार होगा। इसी प्रकार 30 और 31 जनवरी को 21 प्रोफेसर, सहायक प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर के लिए साक्षात्कार आयोजित किए गए है।

ओपीडी में रोजाना 12 सौ आते हैं मरीज
ईएसआईसी चिकित्सा कॉलेज में रोजाना 12 सौ से अधिक मरीज प्राथमिक उपचार के लिए आते हैं। इनकी जांच के लिए अस्पताल में करीब कनिष्ठ और वरिष्ठ डॉक्टर मिलाकर करीब 129 डॉक्टर हैं। जबकि इसके लिए करीब दो सौ पद स्वीकृत हैं। अस्पताल के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का कहना है कि पिछले दिनों कई डॉक्टरों को तैनात किया गया था। इनमें से कई छोड़कर चले गए हैं। जिसके चलते बाकी डाक्टरों पर काम का बोझ बढ़ गया और मरीजों को सुविधा नहीं मिल पा रही है।

खासतौर से चिकित्सा कॉलेज और अस्पताल के सामान्य रोग, हड्डी रोग, शल्य चिकित्सक सहित कई विशेषज्ञ के पास मरीजों की भीड़ लगी रहती है। इसके कारण उपचार के दौरान घंटों इंतजार करना पड़ता है। विभाग के एक वरिष्ठ प्रबंधन का कहना है कि मार्च के बाद नए ज्वाइन करने वाले डॉक्टरों को भी तैनात कर दिया जाएगा। इसके बाद मरीजों को काफी राहत मिल सकती है।

वर्ष 2015 में शुरु हुआ था पहला सत्र
कर्मचारी राज्य बीमा निगम की ओर से चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल में पहला सत्र वर्ष 2015 में शुरू हुआ था। इसके बाद से अबतक मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) छह बार से अधिक निरीक्षण कर चुका है। जिससे खामियों को पूरा करते हुए अगस्त-सितंबर में तीसरा सत्र शुरु होने वाला है। निरीक्षण के दौरान कई खामियां पाई गई थी, इसमें डॉक्टर की कमी सबसे महत्वपूर्ण थी।

करीब पांच लाख कार्ड होल्डर
ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में फरीदाबाद, गुड़गांव, पलवल सहित कई जिलों के गंभीर रोगी प्राथमिक उपचार के लिए आते हैं। जिसका लाभ करीब साढ़े पांच लाख से अधिक कार्ड धारक को मिलता है।

मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. असीम दास
डॉक्टरों की नियुक्त के लिए साक्षात्कार के आयोजन किए जा रहे हैं। इस दौरान कई विशेषज्ञ डॉक्टरों को तैनात किया जा रहा है। नियुक्ति के बाद उन्हें 15 दिनों का समय दिया जा सकता है। ताकि वह यहां कार्यभार संभाल सकें।

                          कुल पद (स्वीकृत)            रिक्त पद
प्रोफेसर  :                     77                         37
ट्यूटर    :                     23                         08
ज्यूनियर रेजिडेंड :           29                         06
वरिष्ठ रेजिडेंड :               40                         13
अन्य डॉक्टर :                46                         17

ओपीडी में औसतन रोज मरीजों की संख्या

  • बाल रोग- 100
  • हड्डी रोग- 250
  • छाती रोग-   80
  • सामान्य रोग- 350
  • शल्य चिकित्सा- 150
  • अल्ट्रासाउंड- 100
  • एक्स-रे-  100
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