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दिल्ली: टेंपो की चपेट में आए भाई-बहन, मासूम की मौत

यमुनापार के ज्योति नगर इलाके में रविवार शाम परचून की दुकान से सामान लेकर घर लौट रहे भाई-बहन एक टेंपो ने कुचल दिया, जिससे तीन वर्षीय बच्चे की मौत हो गई, जबकि पांच वर्षीय उसकी बहन घायल हो गई। घायल...

दिल्ली: टेंपो की चपेट में आए भाई-बहन, मासूम की मौत
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 10 Apr 2017 08:49 PM
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यमुनापार के ज्योति नगर इलाके में रविवार शाम परचून की दुकान से सामान लेकर घर लौट रहे भाई-बहन एक टेंपो ने कुचल दिया, जिससे तीन वर्षीय बच्चे की मौत हो गई, जबकि पांच वर्षीय उसकी बहन घायल हो गई। घायल अवस्था में उसे पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

इस बीच दुर्घटना के बाद आरोपी चालक मौके पर ही वाहन छोड़ कर फरार हो गया। पुलिस ने वाहन को कब्जे में ले लिया है। इस संबंध में लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज कर फरार चालक की तलाश आरंभ कर दी गई है। 

हादसे में मारे गए बच्चे की पहचान आदित्य डंडवाल के रूप में हुई है जबकि उसकी घायल बहन का नाम माही है। भाई-बहन परिवार के साथ ज्योति नगर इलाके में रहते हैं। इनके परिवार में माता-पिता हैं। पिता संजय एयरसेल कंपनी में कलेक्शन एजेंट का काम करता है। 

रविवार शाम घर के पास ही स्थित एक परचून की दुकान है। आदित्य अपनी बहन माही के साथ परचून की दुकान पर बिस्कुट लेने के लिए पहुंच गया। गली में पहले से ही एक टाटा-एस टेंपो गाड़ी खड़ी हुई थी,जबकि दूसरी गाड़ी में खाली हो रहे मकान का सामान रखा जा रहा था। इस बीच दुकान से बिस्कुट खरीदने के बाद दोनों भाई-बहन घर के लिए गली के अंदर घुस गए, तभी सामान लोड करने वाले चालक ने अचानक ही तेज रफ्तार में गाड़ी पीछे कर दी। 
टेंपो पीछे करने से भाई-बहन बीच में दबकर गंभीर रूप से घायल हो गए। बच्चों के चीखने की आवाज सुनकर मौके पर आसपास के लोग दुर्घटनास्थल की तरफ भागे तो आरोपी चालक अपनी गाड़ी लेकर मौके से फरार हो गया। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने मामले की सूचना पुलिस को दी। 

दुर्घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों भाई-बहन को जख्मीहालत में लेकर जीटीबी अस्पताल पहुंची, जहां डॉक्टरों ने आदित्य को मृत घोषित कर दिया। जबकि उसकी बहन माही को  इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कर लिया गया। 

मामला दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस ने सोमवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। फिलहाल पुलिस आरोपी चालक की तलाश में जुटी है। 

डॉक्टर बनना चाहता था चिराग 

चिराग बड़ा होकर डॉक्टर बनना चाहता था। ये कहना है उसके पिता का। चिराग के पिता ने बताया कि वह अक्सर यह कहता था कि मैं डॉक्टर बनूंगा। लोगों का इलाज करूंगा लेकिन हादसे ने उसे इस दुनिया से बिदा कर दिया। वह परिवार का इकलौता चिराग था। उसकी मौत से पूरा परिवार सदमे में है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
 उधर मामले की जांच में जुटी पुलिस आरोपी चालक की पहचान कर उसकी तलाश में संभावित स्थानों पर छापेमारी कर रही है। पुलिस का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर में उसके कई ठिकानों पर छापेमारी की गई है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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