पुलिस ने ऑटो चालक पर लगाया मारपीट का आरोप
हुडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के पास ऑटो चालक और ट्रैफिक पुलिस के बीच मारपीट का मामला सामने आया है। पुलिस कर्मी की शिकायत पर सेक्टर-29 थाना पुलिस ने केस दर्ज कर चालक को गिरफ्तार कर लिया है। ऑटो...
हुडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के पास ऑटो चालक और ट्रैफिक पुलिस के बीच मारपीट का मामला सामने आया है। पुलिस कर्मी की शिकायत पर सेक्टर-29 थाना पुलिस ने केस दर्ज कर चालक को गिरफ्तार कर लिया है।
ऑटो चालकों का कहना है कि कार फ्री डे के दिन चालान का नंबर बढ़ाने के लिए चालान किया जाता है। इसे लेकर ऑटो यूनियन सड़क पर उतर गई और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर दोषी पुलिस कमियों के खिलाफ कारवाई की मांग की है।
दोनों के बीच हुआ विवाद ऑटो चालकों ने मोबाइल से रिकॉर्ड कर लिया। जिसमें दोनों एक दूसरे से उलझते दिख रहे हैं।
जींद निवासी जुबेद खां राजीव चौक के पास रहकर शहर में ऑटो चलाता है। मंगलवार सुबह करीब 11 बजे हुडा सिटी सेंटर की ओर से आ रहा था। इस बीच ट्रैफिक पुलिस कर्मियों ने रोका और चालान कटवाने के लिए कहा।
जुबेद ने कांस्टेबल शोएब से कहा कि कहा कि अभी तक कोई सवारी नहीं मिली है। उसके पास चालान के पैसे नहीं है। आरोप है कि इतना सुनते ही ट्रैफि क पुलिसकमी उसे बुरी तरह से मारने पीटने लगे।
उक्त पुलिसकमियों ने अपने अन्य सहकमियों को बुला लिया और सभी ने जुबैद की पिटाई कर दी। दूसरी ओर पुलिस का कहना है कि ऑटो चालक ने पुलिस कर्मियों के साथ जानबूझ कर उलझ गया और मारपीट करने लगा।
चालक के खिलाफ केस दर्ज होने की जैसे ही खबर ऑटो यूनियन को हुई, उनमें आक्रोश व्याप्त हो गया। काफी संख्या में ऑटो यूनियन के लोग प्रदेश अध्यक्ष योगेश के नेतृत्व में सड़क पर उतर गए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी।
जुलूस की शक्ल में ऑटो यूनियन के लोग पुलिस कमिश्नर ऑफिस पहुंच गए। पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते कमिश्नर ऑफिस पहुंचे ऑटो यूनियन के लोगों को पुलिसकमियों ने पुलिस आयुक्त कार्यालय के बाहर गेट पर रोक दिया।
ऑटो यूनियन के पदाधिकारी पुलिस आयुक्त नवदीप सिंह विक से मिलकर दोषी पुलिसकमियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करना चाहते थे। रोके जाने से नाराज ऑटो चालकों ने गेट के बाहर ही नारेबाजी व प्रदर्शन शुरू कर दिया।
ऑटो यूनियन के पदाधिकारी योगेश ने बताया कि ट्रैफिक पुलिसकर्मी चालान की आड़ में ऑटो चालकों का शोषण कर रहे हैं।
यूनियन के पदाधिकारियों ने कमिश्नर ऑफिस में एसीपी हवा सिंह से मुलाकात की। इसके बाद यूनियन के पदाधिकारी और सदस्य डीसीपी ईस्ट से मिले।
एसीपी डीएलएफ रमेश पाल ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी। दोषी के खिलाफ कारवाई की जाएगी तब जाकर ऑटो चालक यूनियन के लोग शांत हुए।