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दिल्ली-गुडग़ांव एक्सप्रेस वे पर तैनात होंगे CISF के जवान

दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक ने लिए एनएचएआई अर्धसैनिक बलों का सहयोग लेने पर गंभीरता विचार कर रहा है। जिससे की एक्सप्रेस वे पर से टू व्हीलर और थ्री व्हीलरों को रोका जा सके। प्रतिबंधित...

दिल्ली-गुडग़ांव एक्सप्रेस वे पर तैनात होंगे CISF के जवान
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 16 May 2016 11:28 AM
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दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक ने लिए एनएचएआई अर्धसैनिक बलों का सहयोग लेने पर गंभीरता विचार कर रहा है। जिससे की एक्सप्रेस वे पर से टू व्हीलर और थ्री व्हीलरों को रोका जा सके। प्रतिबंधित वाहनों के एक्सप्रेस वे पर चलने से सड़क हादसें होने आम बात है। वर्ष 2008 से अभी तक 500 लोगों की एक्सपे्रस वे पर जान जा चुकी है। 

दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेस वे पर बाइक,थ्री व्हीलर,रिक्सा गाड़ी चलने पर प्रतिबंधत है। इसके लिए एक्सप्रेस वे पर कई जगहों पर साइन बोर्ड भी लगाए गए हैं लेकिन इन सभी को दर किनार कर प्रतिबंधित वाहन  धड़ल्ले से चल रहे हैं। जिससे तेज गति के चपेट में आने से अक्सर बाइक सवारों की मौत हो जाती है। एनएचएआई के प्रोजेक्ट निदेशक एके शर्मा ने बताया कि शनिवार को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के चेयरमैन राघव चंद्रा निरीक्षण के लिए आए हुए थे।

चेयरमैन के सामने ही गुड़गांव पुलिस से इस बात में बातचीत की थी। जिस पर गुड़गांव पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि पुलिस बल मिलने के बाद एक्सप्रेस पर तैनात किया जा सकता है। शर्मा ने कहा कि एनएचएआई अर्धसौनिक बलों (सीआईएसएफ) की सेवाएं ले सकता है। उन्होंने कहा कि हाईवे पर सबसे अधिक सड़क हादसें में टू और थ्री व्हीलरों की वजह से होते हैं। इन वाहनों को रोकने के लिए पर्याप्त सुरक्षा बलों की जरुरत है। शर्मा ने कहा कि एक्सप्रेस वे की कमियों को दूर करने के लिए प्रयास किया जा रहा है।

इसमें जिला प्रशासन भी अपने स्तर पर काम करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि चेयरमैन ने सभी ऐसे जगहों का खुद निरीक्षण कर जानकारी ली है। उन्हांेने कहा कि हीरो होंडा चौक पर फ्लाई ओवर बनने के बाद हाईवे की सर्विस लेन पूरी तरह से क्लीयर हो जाएगा।

150 बल की होगी जरुरत-
हाईवे पर प्रतिबंधित वाहनों को  रोकने के लिए सभी प्रवेश द्वार पर अर्धसौनिक बलों को तैनात करना होगा। साथ ही स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर प्रतिबंधित वाहनों पर नजर रखनी होगी। ऐसे में खेड़कीदौला से लेकर एक्सप्रेस वे पर 150 जवानों की जरुरत पड़ सकती है। इससे एक्सप्रेस वे पर अधिक गति से चलने वाले वाहनों पर भी नकेल कसी जा सकती है। एक्सपे्रस पर पहले से ही सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। हालांकि पहले एक्सप्रेस वे का देखभाल करने वाली कंपनी ने निजी सिक्योरिटी गार्ड लगाए हुए थे लेकिन इसका कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है।

चेयरमैन ने किया था दौरा-
गौरतलबहै कि शनिवार को चेयरमैन ने एक्सप्रेस-वे के निरीक्षण की शुरुआत धौलाकुआं से किया था। सिरहौल बाॠर्डर पर सबसे अधिक समय दिया। यही वजह जगह है जहां पर सबसे अधिक ट्रैफिक जाम की समस्या रहती है। इफको चौक का बारीकी से निरीक्षण किया। यहां पर बनने वाले फ्लाईओवरों के बारे में जानकारी हासिल की। राजीव चौक की समस्याओं से रूबरू हुए। अपनी आंखों से देखा कि हीरो होंडा चौक पर फ्लाईओवर न होने की वजह से किस प्रकार वाहन चालक गलत दिशा मे चलने को मजबूर हैं। उन्होंने चलते-चलते हीरो होंडा चौक पर बन रहे फ्लाईओवर को देखा। इसके बाद खेड़की दौला टोल प्लाॠजा पहुंचे। चेयरमैन के पहुंचने के समय भी टोल प्लाजा पर ट्रैफिक जाम की समस्या थी। 

-03 लाख वाहन एक्सप्रेस रोजाना गुजरते आते हैं
-21 टोल प्लाॠजा है खेड़की दौला टोल पर
-27 किलोमीटर है एक्सप्रेस है
03 टैन लेन की व्यवस्था की गई है
500 लोगों की सड़क हादसें में जा चुकी है जान वर्ष 2008 से 

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