कारोबार दोस्त अजीत ने किया राणा आहूजा का कत्ल
दो करोड़ 33 लाख रुपये हजम करने की नियत से अजीत ने ढाई साल पहले कारोबारी दोस्त राणा आहूजा की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। इस काम को अंजाम देने के लिए उन्होंने दो साथियों का सहयोग लिया था। उनको भी...
दो करोड़ 33 लाख रुपये हजम करने की नियत से अजीत ने ढाई साल पहले कारोबारी दोस्त राणा आहूजा की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। इस काम को अंजाम देने के लिए उन्होंने दो साथियों का सहयोग लिया था। उनको भी गिरफ्तार किया जा चुका है। शनिवार को अपने सेक्टर-21सी स्थित दफ्तर में प्रेस कांफ्रेंस करके पुलिस आयुक्त डॉ. हनीफ कुरैशी ने इस हत्याकांड का खुलासा किया।
आयुक्त ने बताया कि पिछले दिनों प्रॉपर्टी डीलर जगदीश चंद की हत्या भी अजीत ने ही की थी। जिसके आरोप में गिरफ्तार कर उसे तीन के रिमांड पर लिया हुआ है। जिसमें पूछताछ के बाद अजीत ने राणा आहूजा की हत्या करना कबूल किया है। इस मामले की जांच अपराध अन्वेषण शाखा बदरपुर बॉर्डर (पुलिस) की टीम कर रही है। उधर, आरोपी अजीत का कहना हैं कि उसे भी लोगों से 3-4 करोड़ रुपये लेने हैं, पर वह लोग उसे उसके करोड़ों रुपये नहीं दे रहे हैं।
राणा आहूजा के साथ प्रॉपर्टी का कारोबार करता था अजीत
पुलिस आयुक्त ने बताया कि आरोपी राणा आहूजा जो कि प्रॉपर्टी डीलर का काम एनआईटी में करते थे और आरोपी अजीत भी प्रॉपर्टी का कारोबार करता था। इन दोनों के बीच अच्छा ख़ासा सांझा प्रॉपर्टी का कारोबार चल रहा था। इस दौरान अजीत ने मृतक राणा आहूजा से 2 करोड़ 33 लाख रुपये लिए हुए थे। यह रकम राणा आहूजा को न देनी पड़े, इस बाबत उसने उसकी हत्या करने की योजना बना डाली। इसके बाद योजना बनाकर राणा आहूजा को जमीन दिखाने के बहाने वह उसे नहरपार इलाके में ले गया। जहां उसकी गला घोंट कर हत्या कर दी। उस वक्त उसके साथ दो लोग और थे। जिनका नाम सुरेंदर और वीरेंद्र हैं जोकि दोनों भाई हैं, वो दोनों भाई महमदपुर के निवासी हैं। आयुक्त ने बताया कि इस हत्याकाण्ड में सहयोग करने की एवज में अजीत ने दोनों भाइयों करीब 14 -15 लाख रुपये दिए गए थे।
बीस-बीस किलो के दो बाट बांधे थे शव में
आयुक्त ने कहा कि राणा आहूजा हत्याकाण्ड को इन तीनों ने 18 अगस्त 2014 को अंजाम दिया था। इसके बाद इन तीनों ने मृतक राणा आहूजा की लाश को कई घंटों तक डस्टर की गाड़ी की डिक्की में रखा हुआ था। अंधेरा होते ही उसकी लाश में मोहना पुल के समीप 20 -20 किलो की दो बाट रस्सियों से बांध दिया और उसकी लाश को यमुना नदी में डाल दिया। इन लोगों ने ऐसा इसलिए किया की मृतक राणा आहूजा की लाश पानी में ऊपर ना सके। उनका कहना हैं कि इस मामले में अजीत, सुरेंद्र, वीरेंद्र को गिरफ्तार किया गया हैं। आयुक्त ने बताया कि पिछले दिनों ग्रेटर फरीदाबाद में हुए जगदीश चंद की हत्या थी अजीत ने की थी। राणा आहूजा की तरह मृतक जगदीश चंद से भी आरोपी अजीत ने 25 लाख रुपये लिए थे, जिनको जगदीश ने किसी अन्य व्यक्ति से दिलवाया था। राणा आहूजा की तरह जगदीश को भी 25 लाख रुपये की ऊधारी न चुकानी पड़े, इसको लेकर उसके मन में लालच आ गया और उसने जगदीश को भी एक साजिश के तहत मौत के घाट उतार दिया।