जेएनयू में अफजल गुरू के कार्यक्रम को लेकर एबीवीपी का प्रदर्शन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बुधवार को जेएनयू में प्रदर्शन कर उन विद्यार्थियों को निष्कासित करने की मांग की जिन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से इजाजत वापस ले लिए जाने के बाद भी संसद पर हमले...
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बुधवार को जेएनयू में प्रदर्शन कर उन विद्यार्थियों को निष्कासित करने की मांग की जिन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से इजाजत वापस ले लिए जाने के बाद भी संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को दी गई फांसी के खिलाफ कैंपस में मार्च किया था।
जेएनयू छात्र संघ के संयुक्त सचिव सौरभ शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र के मंदिर संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु से संबंधित किसी कार्यक्रम को कैंपस में करने की कैसे अनुमति दी जा सकती है। हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने शांति भंग होने की आशंका को देखते हुए इस कार्यक्रम को बुधवार को ही निरस्त कर दिया था। कार्यक्रम के आयोजकों का कहना था कि प्रदर्शन की इजाजत नहीं मिलने पर हमने अपने कार्यक्रम को सांस्कृतिक गतिविधियों तक ही सीमित कर लिया था।
एबीवीपी के प्रदेश सचिव साकेत बहुगुणा का कहना है कि इस कार्यक्रम में देश विरोधी नारे लगाए गए जिसकी हमारे पास वीडियो फुटेज है। कार्यक्रम के दौरान हमारे सदस्यों को बुरा भला कहा गया। इसके विरोध में गुरुवार को हमने कुलपति कार्यालय पर प्रदर्शन किया और लिखित में इस कार्यक्रम को आयोजित करने वाले छात्रों को निष्कासित करने की मांग की है। इसके अलावा उस कार्यक्रम में बाहर से आए छात्र भी शामिल थे, जिनपर कैंपस में आने पर प्रतिबंध लगाने की भी हमने कुलपति से मांग की है।
गौरतलब है कि संसद हमले के दोषी के अफजल गुरु को 9 फरवरी, 2013 को फांसी दी गई थी, वहीं मकबूल भट को दो हत्याओं का दोष सिद्ध होने पर 1 फरवरी 1984 को तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी।