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मौसम के फेरबदल से शहर में वायरल का प्रकोप

कभी बारिश तो कभी तेज धूप की गर्माहट से शहर में वायरल का प्रकोप शुरू हो गया है। सरकारी हो निजी अस्पताल सभी मरीजों से अट्टे हुए हैं। सरकारी पर तो आलम यह है कि एक ही बिस्तर पर कई-कई मरीजों को लिटाकर...

मौसम के फेरबदल से शहर में वायरल का प्रकोप
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 29 Jul 2016 07:40 PM
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कभी बारिश तो कभी तेज धूप की गर्माहट से शहर में वायरल का प्रकोप शुरू हो गया है। सरकारी हो निजी अस्पताल सभी मरीजों से अट्टे हुए हैं। सरकारी पर तो आलम यह है कि एक ही बिस्तर पर कई-कई मरीजों को लिटाकर इलाज किया जा रहा है। इनमें से ज्यादातर मरीजों की संख्या शहर की विभिन्न कॉलोनियों से पहुंच रही है। सरकारी अस्पताल व शहर की निजी प्रयोगशलाएं भी खून की जांच कराने वालों से भरी हुई है। फिलहाल, आलम यह है कि सभी चिकित्सका केद्रों में डॉक्टर केवल वायरल से निपटने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे हैं।

सरकारी अस्पताल में सुबह हो शाम सभी समय बुखार से पीड़ित मरीजों की लंबी-लंबी कतारे ओपीडी व एमरजेंसी में लग रही है। ज्यादात्तर मरीज शहर की विभिन्न कॉलोनियों से आ रहे हैं। निजी अस्पतालों में भी सुबह से लेकर देर रात तक वायरल से पीड़ित मरीजों से डॉक्टरों का चैंबर भरा रहता है।

सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की मानें तो उनका कहना है कि छह घंटे की ड्यूटी में 75 प्रतिशत वायरल से पीड़ित मरीज आ रहे हैं। इसी प्रकार निजी अस्पताल में भी 50 प्रतिशत से ऊपर वायरल के मरीज आ रहे हैं। सरकारी अस्पताल में तो एक-दो दिन बुखार होते देख मरीज की वायरल जांच कराई जा रही है। वायरल होने पर मरीज को उसके बताए पत्ते पर दवाई भी दी जा रही है। बावजूद इसके यह वायरल बुखार काबू आने का नाम नहीं ले रहा है।

इन कॉलोनी के लोग ज्यादा हैं वायरल की चपेट में
-    हरिबिहार
-    आदर्श कॉलोनी
-    सुभाष कॉलोनी
-    चावला कॉलोनी
-    सेक्टर-तीन व चार
-    भीकम कॉलोनी
-    त्रिखा कॉलोनी

डॉक्टरों का परामर्श, कैसे बचे वायरल से
-    जहां इक्टठे लोग हो, वहां जाने से बचे
-    बीमारी वाले मरीजों से दूर रहें
-    गंदगी से दूर रहे
-    कूलर व घर में पानी इक्टठा नहीं होने दें
-    पानी उबालकर, छानकर पीयें

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