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Hindi Newsमिलावटी आभूषण गिरवी रखकर फाइनेंस कंपनियों से सोना ऋण लेने वाला गिरोह काबू

मिलावटी आभूषण गिरवी रखकर फाइनेंस कंपनियों से सोना ऋण लेने वाला गिरोह काबू

कोतवाली थाना पुलिस ने मिलावटी सोने के आभूषण गिरवी रखकर सोना ऋण लेकर फाइनेंस कंपनियों को चूना लगाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह प्रदेश के नौ जिलों में फाइनेंस कंपनियों को ठग चुका है।...

मिलावटी आभूषण गिरवी रखकर फाइनेंस कंपनियों से सोना ऋण लेने वाला गिरोह काबू
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 21 Mar 2017 07:35 PM
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कोतवाली थाना पुलिस ने मिलावटी सोने के आभूषण गिरवी रखकर सोना ऋण लेकर फाइनेंस कंपनियों को चूना लगाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह प्रदेश के नौ जिलों में फाइनेंस कंपनियों को ठग चुका है। आरोपियों से 1,72,000 रुपये नकद, आभूषण और जाली दस्तावेज बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान फतेहाबाद निवासी राकेश, दीपक, अमन, राजेश कुमार, विरेंद्र उर्फ हैप्पी और गुरुग्राम मारुति कुंज निवासी सुरेंद्र के रूप में हुई है।

7 मार्च को आरोपी राकेश और सुरेंद्र ने मणप्पुरम फाइनेंस लिमिटेड की नीलम-बाटा सड़क, टाउन नंबर-1 शाखा में मिलावटी आभूषण रखकर 1 लाख 20 हजार रुपये का ऋण लिया था। 15 मार्च को वह फिर मणप्पुरम फाइनेंस कंपनी की उसी ब्रांच में ऋण लेने पहुंच गए थे। कंपनी के मैनेजर अशोक को उन पर शक गहरा गया। उसने उनके द्वारा दिए गए आभूषणों की जांच की तो उनमें 10 से 20 प्रतिशत की सोने का अंश था। इस पर उसने इस मामले की सूचना कोतवाली थाना पुलिस को दे दी। सूचना मिलते ही पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया। बाद में उनके चार और साथियों को पकड़ लिया। 

आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उनके गिरोह ने टाउन नंबर-2 में 2 मार्च और 7 मार्च को मुथूथ फाइनेंस कंपनी से भी सोना ऋण लिया था। कोतवाली थाना एसएचओ सुरेश भड़ाना ने बताया कि राजेश कुमार, दीपक और सुरेंद्र दोस्त हैं। करीब दो वर्ष पहले उन्हें प्रॉपर्टी के दामों में गिरावट आने से करोड़ों का नुकसान हो गया था। घाटे से उबरने के लिए उन्होंने ठगी का रास्ता अपनाया। 
आरोपियों में से एक राजेश के पिता फतेहाबाद में सुनार हैं। इस कारण उसने आभूषण बनाना आता था। वह 20 से 30 फीसदी सोने और बाकी अन्य धातुओं को मिलाकर सोने के आभूषण बना देता था। जिससे उसके बनाए गए आभूषणों ऋण देने वाली कंपनियां नहीं पकड़ पाती थीं। उनका साथी विरेंद्र उर्फ हैप्पी कंप्यूटर के जरिए फर्जी आधार कार्ड तैयार कर देता था। 

यह गिरोह एक शहर में लगातार तीन-चार वारदात करता था। थाना एसएचओ ने बताया कि गिरोह फतेहाबाद, हिसार, सिरसा, कैथल, भिवानी, दादरी, रोहतक, गुरुग्राम और फरीदाबाद जिलों में दो किलो से अधिक के मिलावटी आभूषण गिरवी रखकर कंपनियों से ऋण ले चुका है। वार्षिक ऑडिट में जब कंपनियां गहराई से आभूषणों की जांच करती थीं तो उन्हें मिलावटी आभूषणों के बारे में पता चलता था। 

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