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Hindi Newsअक्षय की मौत स्वाभाविक नहीं, व्यापमं गिरोह ने की हत्या: भूरिया

अक्षय की मौत स्वाभाविक नहीं, व्यापमं गिरोह ने की हत्या: भूरिया

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल घोटाले की केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो जांच की मांग करते हुए दावा किया है कि टीवी के...

अक्षय की मौत स्वाभाविक नहीं, व्यापमं गिरोह ने की हत्या: भूरिया
एजेंसीMon, 06 Jul 2015 08:19 AM
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल घोटाले की केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो जांच की मांग करते हुए दावा किया है कि टीवी के खोजी पत्रकार अक्षय सिंह की मौत स्वाभाविक नहीं थी और व्यापमं घोटाले में शामिल गिरोह ने उसकी हत्या की है।

रतलाम-झाबुआ लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद भूरिया ने आज यहां संवाददाताओं से कहा, अक्षय सिंह की मौत कोई स्वाभाविक मत्यु नहीं थी। उसे व्यापमं घोटाले से संबंधित गिरोह ने मारा है। इस गिरोह ने कुछ ऐसा किया, जिससे अक्षय सिंह की मत्यु हो गई। इसलिए इस समूचे प्रकरण की सीबीआई जांच होना चाहिए।

गौरतलब है कि सिंह की मेघनगर में अचानक मौत हो गई थी। उस समय वह व्यापमं घोटाले में नाम आने के बाद एक छात्रा नम्रता डामोर के माता-पिता का इंटरव्यू करने के बाद किन्हीं संबंधित दस्तावेजों की फोटोकॉपी की अपने दो सहयोगियों सहित प्रतीक्षा कर रहे थे, जिसका शव बाद में संदिग्ध परिस्थितियों में उज्जैन में रेलवे पटरियों के निकट पाया गया था।

अचानक सिंह ने बेचैनी की शिकायत की और उनके मुंह से झाग आने लगा। उन्हें तत्काल मेघनगर के सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें झाबुआ के एक निजी अस्पताल लाया गया, लेकिन वहां भी चिकित्सकों के प्रयास विफल रहे। उनके सहयोगी उन्हें निकटवर्ती गुजरात के दाहोद स्थित अस्पताल ले गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

नम्रता डामोर का शव 7 जनवरी 2012 को उज्जैन में रेलवे पटरियों के निकट संदिग्ध अवस्था में पाया गया था।

टीवी पत्रकार अक्षय सिंह की मौत पर सवाल उठाते हुए भूरिया ने कहा कि उन्हें झाबुआ जिला अस्पताल में लाने की बजाए गुजरात के दाहोद के अस्पताल में क्यों ले जाया गया था।

उन्होंने कहा कि जबलपुर मेडिकल कॉलेज के तत्कालीन डीन डॉ़ डीके साकल्ले एवं वर्तमान डीन डॉ़ अरूण शर्मा की व्यापमं घोटाले की कतिपय रिपोर्ट एसटीएफ को देने के बाद हुई संदिग्ध मौतों को लेकर कहा कि इस प्रकरण के गवाह एवं जांचकर्ता मर रहे हैं और राज्य सरकार इन मौतों से जुड़े लोगों को बचाने में जुटी है।

भूरिया ने आरोप लगाया कि व्यापमं घोटाले से जुड़ा गिरोह अपने आपको बचाने के लिए लोगों को मार रहा है और राज्य सरकार उसे बचा रही है।

घोटाले की सीबीआई जांच की मांग दोहराते हुए उन्होंने कहा कि इसकी जांच कर रही मध्यप्रदेश पुलिस की एसटीएफ कभी सरकार के खिलाफ नहीं जाएगी, इसलिए उन्हें इस जांच पर भरोसा नहीं है।

पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि घोटाले की सच्चाई सामने लाने और सभी दोषियों को कानून के शिकंजे में कसने के लिए इसकी सीबीआई जांच ही होना चाहिए और चूंकि राज्य सरकार इससे इसलिए बचना चाहती है, क्योंकि वह उसमें संलिप्त है।

उन्होंने दावा किया कि उन्हें आशंका है कि व्यापमं घोटाले में अभी मौतों का सिलसिला थमने वाला नहीं है। उन्होंने सिंह एवं जबलपुर मेडिकल कॉलेज डीन डॉ़ शर्मा की मौत पर संवदेना भी व्यक्त की है। डॉ़ शर्मा आज दिल्ली की एक होटल के अपने कमरे में मरे हुए पाए गए थे।

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