उत्तर प्रदेश के चुनाव मैदान में भाजपा के लगभग आधे चेहरे नए होंगे
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाजपा के लगभग आधे चेहरे नए होंगे। पार्टी अपने मौजूदा विधायकों में से अधिकांश को टिकट देगी, लेकिन पिछला चुनाव हारने वाले पर कई नेताओं पर गाज गिरना तय है। नए...
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाजपा के लगभग आधे चेहरे नए होंगे। पार्टी अपने मौजूदा विधायकों में से अधिकांश को टिकट देगी, लेकिन पिछला चुनाव हारने वाले पर कई नेताओं पर गाज गिरना तय है। नए उम्मीदवारों में युवा व सामाजिक समीकरणों पर खासा जोर रहेगा। पार्टी लगभग दस फीसद महिलाओं को भी टिकट देगी। टिकट तय करने में संभावित उम्मीदवार के विभिन्न सोशल साइट पर पार्टी व राजनीतिक मुद्दों पर सक्रियता भी ध्यान दिया जाएगा।
भाजपा उत्तर प्रदेश में उम्मीदवार तय करने में इस बार कड़ी सख्ती बरतने जा रही है। किसी बड़े नेता की सिफारिश के बजाए पार्टी के चयन मापदंडों पर खरा उतरने के बाद ही टिकट तय किए जाएंगे। राज्य की 403 विधानसभा सीटों में भाजपा ने पिछली बार 398 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें उसे मात्र 47 सीटों पर ही जीत मिली थी। पार्टी को सबसे ज्यादा झटका उसके 229 उम्मीदवारों की जमानत जब्त होने से लगा था। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि जमानत जब्त कराने वाले अधिकांश उम्मीदवारों को इस बार टिकट नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा जमानत बचाने के बावजूद चुनाव हारने वाले कई उम्मीदवारों के टिकट भी बदले जाएंगे। पार्टी के प्रमुख नेताओं के बेटे-बेटियों को टिकट देने में भी पार्टी सख्ती से फैसला लेगी।
ये पांच मानक होंगे टिकट पाने के
टिकट तय करने के लिए पार्टी ने पांच प्रमुख मानक तय किए हैं। इनमें जीतने की संभावना, सामाजिक व निजी पृष्ठभूमि, पार्टी के प्रति निष्ठा (दूसरे दलों से आए नेताओं के लिए), युवा व प्रभावी नेतृत्व व सामाजिक व जातीय समीकरणों की अनुकूलता शामिल हैं।
परिवर्तन यात्राओं के बाद शुरू होगा चयन
पार्टी अपने उम्मीदवारों के चयन का काम परिवर्तन यात्राओं के पूरा होने के बाद दिसंबर के आखिरी सप्ताह से शुरू करेगी। अगले माह दीपावली के बाद शुरू हो रही इन यात्राओं के दौरान पार्टी हर क्षेत्र के संभावित उम्मीदवारों की स्थिति को तौलेगी। पार्टी में दूसरे दलों से आए नेताओं की मजबूती व अपने काडर के साथ उनके तालमेल का भी आकलन किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री के एक दर्जन रैली व अन्य कार्यक्रमों की तैयारी
विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा तक राज्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लगभग एक दर्जन रैली व अन्य कार्यक्रमों को आयोजन किया जाएगा। इसकी शुरुआत 24 अक्टूबर को महोबा में एक सरकारी कार्यक्रम से होगी। इसके बाद वाराणसी, आगरा व अन्य स्थानों पर भी कार्यक्रम होंगे। 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर लखनऊ में चारों परिवर्तन यात्राओं के समापन पर भी एक बड़ी रैली भी की जाएगी।