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भोजशाला में शांतिपूर्वक पूजा और नमाज संपन्न

भोजशाला में वसंत पंचमी के मौके पर शुक्रवार की सुबह शांतिपूर्वक पूजा संपन्न हुई और दोपहर के बाद नमाज पढ़ी गई। जिला कलेक्टर एस शुक्ला ने कहा कि 350 श्रद्धालुओं ने भोजशाला के भीतर मंदिर में पूजा...

भोजशाला में शांतिपूर्वक पूजा और नमाज संपन्न
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 12 Feb 2016 09:58 PM
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भोजशाला में वसंत पंचमी के मौके पर शुक्रवार की सुबह शांतिपूर्वक पूजा संपन्न हुई और दोपहर के बाद नमाज पढ़ी गई। जिला कलेक्टर एस शुक्ला ने कहा कि 350 श्रद्धालुओं ने भोजशाला के भीतर मंदिर में पूजा की।

भोजशाला में तनाव की आशंका को देखते हुए भारी पैमाने पर पुलिस बल तैनात किया गया था, पर सब कुछ शांतिपूर्वक गुजर जाने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली। कुछ दिनों से हिंदू संगठन सरस्वती पूजा के दिन सुबह से शाम तक लगातार पूजा करने की बात कर रहे थे जिससे तनाव बना हुआ था। हालांकि एक दक्षिणपंथी संगठन धर्म जागरण मंच के लोगों भोजशाला के बाहर आकर पूजा की प्रक्रिया जारी रखी।

जिला प्रमुख गोपाल शर्मा ने कहा, हम पूजा करने के लिए भोजशाला के भीतर गए लेकिन जब हमने सुरक्षाकर्मियों को जूते पहने देखा, तो हमने उस जगह से बाहर आने का निर्णय लिया। हमने भोजशाला के सामने पूजा शुरू कर दी। भोज उत्सव समिति के नेता अशोक जैन ने दावा किया कि बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाहर पूजा कर रहे हैं। दोपहर एक बजे करीब 25-30 मुसलमान श्रद्धालुओं ने भोजशाला में नमाज भी अदा की। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए भोजशाला को किले में तब्दील कर दिया गया था। वहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए थे।

एएसआई का आदेश
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने आदेश दिया था कि वसंत पंचमी पर हिंदू सूयार्ेदय से दोपहर 12 बजे और अपराहन साढे़ तीन बजे से सूर्यास्त तक पूजा करेंगे जबकि मुसलमान दोपहर एक से तीन बजे तक नमाज अदा करेंगे।

प्रतिदिन पूजा नहीं
हिंदू भोजशाला को देवी सरस्वती का मंदिर मानते हैं जबकि मुस्लिम इसे कमाल मौला मस्जिद मानते हैं। आम दिनों में हिंदुओं को मंगलवार को पूजा करने की अनुमति होती है जबकि मुसलमान शुक्रवार के दिन नमाज अदा करते हंै। शेष दिनों में यह स्मारक सबके लिए खुला होता है।

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