अम्मा के उत्तराधिकारी पन्नीरसेल्वम : कैंटीन से सत्ता तक का सफर
70 के दशक में कैंटीन से कमाई की शुरुआत करने वाले ओ. पनीरसेल्वम तमिलनाडु के अगले मुख्यमंत्री होंगे। इससे पहले जयललिता के जेल जाने के बाद वह दो बार (2001 और 2014) राज्य की कमान संभाल चुके हैं।&nbs
70 के दशक में कैंटीन से कमाई की शुरुआत करने वाले ओ. पनीरसेल्वम तमिलनाडु के अगले मुख्यमंत्री होंगे। इससे पहले जयललिता के जेल जाने के बाद वह दो बार (2001 और 2014) राज्य की कमान संभाल चुके हैं।
1970 के दशक में पनीरसेल्वम ने अपने एक दोस्त विजयन के साथ मिलकर अपने गृहनगर थेनी जिले के पेरियाकुलम में कैंटीन शुरू की थी। करीब दस साल बाद उन्होंने इसे अपने छोटे भाई ओ. राजा को सौंप दिया और राजनीति में आ गए।
कल पन्नीरसेल्वम जब शपथ लेने पहुंचे तो उन्होंने अपनी पॉकेट में 'अम्मा' की तस्वीर रखी। उन्हें जयललिता का सबसे ज्यादा विश्वासपात्र माना जाता है। जयललिता को जब आय से अधिक संपत्ति मामले में अपनी गद्दी छोड़नी पड़ी थी तब पन्नीरसेल्वम को ही मुख्यमंत्री बनाया गया था। 2001 से 2002 तक वो पहली बार सीएम बने थे।
अम्मा के उत्तराधिकारी पन्नीरसेल्वम : कैंटीन से सत्ता तक का सफर
पन्नीरसेल्वम जयललिता की कुर्सी पर नहीं बैठे
पन्नीरसेल्वम लेकिन जयललिता की कुर्सी पर नहीं बैठे। इसके बाद आय से अधिक संपत्ति मामले में 2014 में एक बार फिर जयललिता को सीएम पद छोड़ना पड़ा था तब भी पन्नीरसेल्वम को ही सीएम बनाया गया था।
अम्मा के उत्तराधिकारी पन्नीरसेल्वम : कैंटीन से सत्ता तक का सफर
पहले कार्यकाल में उन्होंने जयललिता की मर्जी के बिना कोई फैसला नहीं लिया। 2014 में जब जयललिता दोबारा जेल गईं, तो पनीरसेल्वम को फिर से मुख्यमंत्री बनाया गया। 29 सितंबर, 2014 से 22 मई, 2015 तक वह पद पर बने रहे, लेकिन कभी जयललिता की कुर्सी पर नहीं बैठे।
अम्मा के उत्तराधिकारी पन्नीरसेल्वम : कैंटीन से सत्ता तक का सफर
तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने
वह तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं। इससे पहले वह वर्ष 2003 और 2014 में भ्रष्टाचार के दो अलग अलग मामलों में जयललिता के दोषी ठहराए जाने पर मुख्यमंत्री बने थे।
अम्मा के उत्तराधिकारी पन्नीरसेल्वम : कैंटीन से सत्ता तक का सफर