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Hindi Newsशत्रुघ्न सिन्हा के पक्ष में मुखर हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता

शत्रुघ्न सिन्हा के पक्ष में मुखर हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता

भाजपा सांसद और अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा की जीवन गाथा 'एनीथिंग बट खामोश' के विमोचन के मौके पर पार्टी के अंसतुष्ट खेमे की भड़ास खुलकर सामने आ गई। भाजपा के वरिष्ठ नेता और मार्गदर्शक लालकृष्ण आडवाणी...

शत्रुघ्न सिन्हा के पक्ष में मुखर हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 06 Jan 2016 10:48 PM
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भाजपा सांसद और अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा की जीवन गाथा 'एनीथिंग बट खामोश' के विमोचन के मौके पर पार्टी के अंसतुष्ट खेमे की भड़ास खुलकर सामने आ गई।

भाजपा के वरिष्ठ नेता और मार्गदर्शक लालकृष्ण आडवाणी ने शत्रुघ्न को तीसरी बार राज्यसभा में ने भेजने के लिए माफी मांगी, तो पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने बिहार विधानसभा चुनाव में शत्रुघ्न सिन्हा से प्रचार न कराए जाने को पार्टी की हार की वजह बताया। खुद शत्रुघ्न ने भी कहा कि उनका इस्तेमाल न करने का खामियाजा पार्टी ने भुगता।

पांच सितारा होटल में हुए विमोचन कार्यक्रम में सभी की नजरें पार्टी की रीत-नीति को लेकर मुखर आडवाणी, यशवंत और शत्रुघ्न पर ही लगी थीं। इन तीनों ने अपनी तरफ से कुछ नहीं कहा, लेकिन कार्यक्रम का संचालन कर रहे प्रकाशक की तरफ से पूछे गए सवालों का खुलकर जबाब दिया।

आडवाणी से पूछा गया कि उन्होंने शत्रुघ्न को तीसरी बार राज्यसभा का टिकट क्यों नहीं दिया? आडवाणी ने ऐसा न कर पाने के लिए सार्वजनिक तौर पर खेद जताया और कहा कि उस समय पार्टी में इसी तरह की चर्चा थी कि नहीं दिया जाना चाहिए। तब इस तरह की परंपरा भी थी कि किसी को दो बार से ज्यादा राज्यसभा में न भेजा जाए। पार्टी इसका पालन भी कर रही थी। पार्टी ने उनको राज्यसभा की बजाय लोकसभा के लिए चुना, क्योंकि वह चुनाव जीतने में सक्षम थे।

छोड़ो कल की बातें
पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा से पूछा गया कि उनको और शत्रुघ्न को बिहार में स्टार प्रचारक क्यों नहीं बनाया गया? यशवंत ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा, स्टार तो दूर, प्रचारक भी नहीं बनाया गया। हम लोगों को अगर बिहार में इस्तेमाल किया जाता तो और लोगों को भी जोड़ सकते थे। यशवंत ने कहा कि पार्टी में कई लोगों को तीसरी बार भी राज्यसभा में भेजा गया, लेकिन शत्रुघ्न को नहीं भेजा गया, यह पार्टी पर सवाल खड़ा तो करता ही है। बाद में जब शत्रुघ्न से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पार्टी को बिहारी बाबू पर भरोसा नहीं रहा, उनको प्रचार के लिए नहीं बुलाया गया। उन्होंने कहा, निर्णय जो भी हो, लेकिन इसका खामियाजा पार्टी ने भुगता। बाद में उन्होंने कहा कि वह इसे भुलाकर अब आगे बढ़ना चाहते हैं। शत्रुघ्न ने कहा, छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी। नए दौर में लिखेंगे, मिलकर नई कहानी।

बडे़ नेता नहीं आए
कार्यक्रम में भाजपा के तमाम बड़े नेता तो मौजूद नहीं थे, लेकिन दो केंद्रीय मंत्री डाॠक्टर हर्षवर्धन और वीके सिंह के साथ निलंबित सांसद कीर्ति आजाद मौजूद थे। पूर्व सांसद अमर सिंह और कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस मौके पर शत्रुघ्न की पत्नी पूनम सिन्हा, बेटी अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा व उनके बेटे भी मौजूद थे।

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