ट्रेनों की स्लीपर बोगियों में बनेगा बच्चों के स्तनपान के लिए अलग कमरा
महिला यात्रियों की सुविधा में ट्रेनों की हर एक स्लीपर बोगियों में आंचल कक्ष बनेगा। महिलाएं यहां बैठकर बच्चों को स्तनपान करा सकेंगी। रेलवे की नई योजना पर जल्द ही जोनल स्तर पर काम शुरू होने वाला...
महिला यात्रियों की सुविधा में ट्रेनों की हर एक स्लीपर बोगियों में आंचल कक्ष बनेगा। महिलाएं यहां बैठकर बच्चों को स्तनपान करा सकेंगी। रेलवे की नई योजना पर जल्द ही जोनल स्तर पर काम शुरू होने वाला है।
एक सीट होगी तय- ट्रेनों में आंचल कक्ष के लिए स्लीपर श्रेणी की हर बोगी में एक सीट तय होंगे। जिन्हें पर्दा से घेरा जाएगा। निर्धारित नंबर की सीट के पास अब किसी भी पुरुष यात्री को सीट अलॉट नहीं होगी।
ये है कारण- यात्रा के दौरान महिलाएं भूख से बिलखते बच्चों को स्तनपान कराने में भी संकोच करती हैं। क्योंकि बोगी में पुरुष यात्री भी होते हैं। महिलाओं की समस्या दूर करने के लिए रेलवे बोर्ड ने यह योजना बनाई है।
स्तनपान कक्ष है यहां- रेलवे बोर्ड के आदेश पर टाटानगर स्टेशन के वाणिज्य अधिकारियों ने दो स्तनपान कक्ष बनवाया है। जो सामान्य श्रेणी और फर्स्ट क्लास वेटिंग हॉल के किनारे में स्थित है।